आगरा जेल में बंद कैदी की कोरोना संक्रमण के बाद हुई मौत, जेलों में नियमों का सख्ती से पालन कराने में जुटा यूपी का जेल महकमा

डीएन ब्यूरो

यूपी के आगरा जेल में बंद कैदी में कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखें थे, जिसके बाद उसे अस्पताल भेजा गया। आज उसकी मौत हो गई है। जेलों में नियमों का सख्ती से पालन कराने में जुटा यूपी का जेल महकमा। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर..

आगरा जेल (फाइल फोटो)
आगरा जेल (फाइल फोटो)


लखनऊः आगरा जेल में बंद कैदी में 3 मई को कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखें थे, जिसके बाद उसे अस्पताल भेजा गया। 6 मई को उसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी,आज उसकी मौत हो गई। ये जानकारी डीजी जेल आनंद कुमार ने डाइनामाइट न्यूज़ से फोन हुई बातचीत के दौरान दी।

कोरोना वायरस के संकट काल में जहां एक ओर आम आदमी अपने स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता बरत रहा है। ऐसे में आप जरूर जानना चाहेंगे की जेलों में बंद कैदियों के स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखा जा रहा है। आइये! हम आपको बताते हैं।

आगरा जेल में एक कैदी की आज कोरोना संक्रमण के बाद हुई मौत के बाद जेल में 14 कैदियों और 10 जेल कर्मचारियों को क्वारेंटाइन कर दिया गया। बाद में 12 लोगों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोरोना संकट के बीच जेलों में बंद कैदियों के स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है।

जेलों में कैदी कर रहे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन

डीजी जेल आनंद कुमार ने डाइनामाइट न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत कर कहा की सभी कैदियों के बिस्तर कम से कम 3-3 फीट की दूरी पर लगाये जा रहे हैं। कैदियों को कोरोना वायरस से बचाव और जागरूक करने के लिए टीवी और रेडियो की सुविधा दी जा रही है। जिससे कैदियों में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता बढें।

जबकि बैरकों और शौचालयों में सेनेटाइजर और दवाओं के छिड़काव भी नियमित तौर पर कराये जा रहे हैं।

कैदियों की भीड़ कम करने पर भी हुआ काम

यूपी की सभी 71 जेलों में बंद कुल 15,700 कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया है। जिससे जेलों में कैदियों की संख्या कम हो सके।

डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया की प्रत्येक कैदी के पास  2-3 मास्क हैं। जो जेल प्रशासन ने उन्हे उपलब्ध कराए हैं। कैदियों को एक दूसरे से हाथ मिलाने और गले लगने के लिए मना किया गया है।

डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया की जेल प्रशासन के लिए सभी 71 जेलें संवेदनशील हैं। कारण ये है की कोरोना वायरस का संक्रमण किसे हो जाये। ये ठीक-ठीक नहीं कहा जा सकता है। इसलिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

कैदियों के मैन्यू में किया गया बदलाव

डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया की आयुष विभाग की गाइडलाइंस के मुताबिक कैदियों की इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। अदरक, नींबू, लहसुन, गिलोय जैसे तत्त्वों को मिलाकर तैयार काढ़ा दोनों टाइम कैदियों को दिया जा रहा है।










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