Bihar Flood: बिहार की कई नदिया उफान पर, भारी बारिश से 11 जिलों में बाढ़ का खतरा, कई गांव संकट में

बिहार की लगभग सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और राज्य में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है। कोसी और गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण कई गांवों में पानी भर गया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 4 July 2021, 1:51 PM IST
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पटना: बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण कई प्रमुख नदियों का जलस्तर बढता जा रहा है और इसके साथ बाढ़ ही खतरा मंडराता जा रहा है। नदियों के जलस्तर में हो रही वृद्धि से बिहार के 11 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराता जा रहा है। जलस्तर बढ़ने से संकट में फंसते लोग बाढ़ की आशंका को लेकर उंचे स्थानों पर जा रहे हैं। कई स्थानों पर जलस्तर खतरे के निशान के आसपास है। प्रशासन द्वारा स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

बिहार में कोसी और गंडक नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य के सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, खगड़िया, चंपारण समेत 11 जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। जलस्तर बढ़ने से कई गांवों में पानी भर गया है। दरभंगा में बाढ़ के पानी से अतिहार गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र ढह गया। हालांकि, इस घटना में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मोतिहारी में भी बाढ़ का कहर जारी है। सुगौली में सैलाब का संकट गहराता जा रहा है।

जल संसाधन विभाग के मुताबिक शनिवार को सुबह आठ बजे वीरपुर बैराज में कोसी नदी का जलस्तर 2.21 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया था, जो दिन में दो बजे 1.97 लाख क्यूसेक हो गया। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बागमती नदी डूबाधार, सोनाखान, ढेंग, कटौंझा हायाघाट और बेनीबाद में जबकि बूढ़ी गंडक समस्तीपुर में रोसड़ा रेल पुल के पास खतरे के निशान को पार कर गई हैं। 

बारिश के कारण जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे कई गांव और लोगों का जीवन संकट में घिरता जा रहा है। ललबकैया नदी में उफान के कारण चंपारण क्षेत्र की स्थिति गंभीर बनती जा रही है। राज्य के पश्चिम चंपारण और गोपालगंज के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। लोग ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं।

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