NAAC Grading: एनएएसी प्रमुख भूषण पटवर्धन ने ‘पद की पवित्रता’ बचाने के लिये दिया इस्तीफा, जानिये पूरा मामला
अनुचित तरीके से विश्वविद्यालयों के संदिग्ध ‘ग्रेड’ हासिल करने का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (एनएएसी) के अध्यक्ष भूषण पटवर्धन ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया है कि वह ‘पद की पवित्रता’ की रक्षा करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली, छह मार्च (भाषा) अनुचित तरीके से विश्वविद्यालयों के संदिग्ध ‘ग्रेड’ हासिल करने का आरोप लगाने के कुछ दिनों बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् (एनएएसी) के अध्यक्ष भूषण पटवर्धन ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया है कि वह ‘पद की पवित्रता’ की रक्षा करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार को रविवार रात लिखे एक पत्र में पटवर्धन ने कहा कि वह पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
उन्होंने पत्र में लिखा, ‘‘पूरे विषय पर सावधानीपूर्वक पुनर्विचार करने के बाद, मैं यूजीसी, एनएएसी और भारतीय उच्चतर शिक्षा प्रणाली के व्यापक हित में एनएएसी,बेंगलुरु की कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह फिर से कहना चाहता हूं कि इस विषय में कुछ भी व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि यह आत्मसम्मान तथा ईसी (कार्यकारिणी समिति) और एनएएसी के अध्यक्ष पद की पवित्रता की रक्षा करने के लिए है।’’
यह भी पढ़ें |
यूजीसी के फैसले को लेकर राहुल गांधी ने जताया विरोध, कही ये बड़ी बात..
एनएएसी, यूजीसी के तहत एक स्वायत्त संस्था है। एनएएसी उच्चतर शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन और ‘ग्रेड’ प्रदान करने के साथ प्रमाणन करता है।
पटवर्धन ने ‘बगैर किसी विधिक प्राधिकार के अतिरिक्त अध्यक्ष’ नियुक्त करने के यूजीसी के कदम की पिछले हफ्ते ‘स्वतंत्र जांच’ कराने की मांग की थी।
गौरतलब है कि पटवर्धन ने यूजीसी अध्यक्ष को पिछले महीने लिखे एक अन्य पत्र में आरोप लगाया था कि निहित स्वार्थ और कदाचार के कारण कुछ उच्च शिक्षण संस्थान ‘संदिग्ध ग्रेड’ हासिल कर रहे हैं। उन्होंने इस्तीफा देने का अपना इरादा भी उस पत्र में जताया था।
इस विषय पर यूजीसी की अब तक कोई टिप्पणी नहीं आई है।
यह भी पढ़ें |
यूनिवर्सिटी, कॉलेज फिर से खोलने के लिए UGC ने जारी की गाइडलाइन, जानिए क्या है नए नियम
भाषा सुभाष दिलीप
दिलीप