

म्यांमार में आए भीषण भूकंप के बाद हर जगह तबाही का मंजर नजर आ रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिए अब कैसे हालात हैं
नेपीडॉ: म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। देश के कई हिस्सों में इमारतें धराशायी हो गईं, सड़कें फट गईं और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। इस आपदा में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
मांडले और ताउंगू में सबसे ज्यादा नुकसान
भूकंप का सबसे अधिक असर मांडले और ताउंगू में देखने को मिला। मांडले में 20 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। ताउंगू में 5 लोगों की जान चली गई। कई अन्य लोग घायल हैं, जिन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। भूकंप के झटकों के कारण मलबे में दबे लोगों को निकालने का अभियान जारी है। बचाव दल लगातार प्रभावित इलाकों में राहत कार्यों में जुटे हैं।
नेपीडॉ में हाईवे फटा, यातायात ठप
म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ (Naypyidaw) में भूकंप ने खासा कहर बरपाया। हाईवे पर बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में सड़कें धंस गईं, जिससे लोग फंस गए। भूकंप के झटकों से दहशत में आए लोग घरों और ऑफिस से बाहर निकलकर खुले मैदानों में पहुंच गए। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हाईवे पर ट्रैफिक कंट्रोल और सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जा रहा है।
पडोसी देशों में महसूस हुए झटके
म्यांमार के इस विनाशकारी भूकंप के झटके पड़ोसी देशों तक महसूस किए गए। भारत, बांग्लादेश, चीन और थाईलैंड में भी धरती हिली। थाईलैंड में नुकसान ज्यादा हुआ, जिससे वहां की सरकार ने बैंकॉक में इमरजेंसी घोषित कर दी है।
लोगों को आफ्टरशॉक्स से सतर्क रहने की चेतावनी
भूकंप के बाद अधिकारियों और विशेषज्ञों ने नागरिकों को आगाह किया है कि आगे भी झटके (आफ्टरशॉक्स) आ सकते हैं। लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
फिलहाल, म्यांमार प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।