DN Exclusive: अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को अब तक क्यों नहीं खोज सकी सुरक्षा एंजेसियां? जाने इसका सच

डीएन ब्यूरो

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नाम से तो संभवत: आप परिचित होंगे ही। शायद आप उसके कुछ अपराधों के बारे में भी जानते होंगे लेकिन हमारा दावा है कि अपराध की दुनिया के इस बादशाह के बारे में आप वो चौंकाने वाली बातें हरगिज नहीं जानते होंगे, जिसे हमने इस रिपोर्ट में सबसे पहले लिखा है। दाऊद के बारे में सब कुछ जानने के लिये पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की यह एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

दाऊद इब्राहिम
दाऊद इब्राहिम


मुंबईः कहा जाता है कि गलत राह अपनाने वालों का अंजाम भी गलत ही होता है। अपराध चाहे बड़ा हो या छोटा वह कानून की नजर में अपराध ही कहलाएगा। यह भी कहा जाता है कि कानून अंधा है और कानून के हाथ बहुत लंबे होते है। यही कारण है कि अपराधी चाहे कितना भी बड़ा अपराध कर ले वह एक न एक दिन कानून के शिकंजे में जरूर फंसता है। 

इन सब तथ्यों को धत्ता बताकर अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले जिस शाति की हम बात कर रहे हैं वह न केवल भारत बल्कि पूरे एशिया के लिये लंबी चुनौती बना हुआ है। उसके अपराधों के लिये फांसी की सजा भी कम पड़ जाएगी। भारत आज तक इस अपराधी को ढूंढ़ने में लगा है लेकिन कानून के लंबे हाथ भी इसके पास नहीं पहुंच पा रहे हैं। आखिर चूक कहां हुई, कैसे बना वह शातिर अपराधी, कब यह अपराधी सलाखों के पीछे होगा.. आइए जानते हैं इन सबके बारे में विस्तार से.. 

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दाऊद इब्राहिम के मुंबई की तंग गलियों से अंडरवर्ल्ड डॉन बनने तक का सफर और बॉलीवुड कनेक्शनः 

1. दाऊद का परिचयः महाराष्ट्र के रतनागिरी जिले में 27 दिसम्बर 1955 को कोनकानी मुस्लिम परिवार में जन्मे दाऊद के परिवार ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक दिन उनका यह लड़का अपराध की दुनिया का बादशाह यानी अंडरवर्ल्ड डॉन बनेगा। दाऊद के पिता इब्राहिम कासकर मुंबई पुलिस में हेड कांस्टेबल थे और उसकी मां अमीना गृहणी थी। तब वह अपने परिवार के साथ तेमकार मोहल्ला क्षेत्र के डोंगरी इलाके में रहता था। दाऊद साइलौर हाइस्कूल में पढ़ता था लेकिन उसने बीच में  ही पढ़ाई छोड़ दी। वह मुंबई के डोंगरी में जवान हुआ और फटाफट पैसा कमाने के लालच और अपने बादशाह बनने के ख्वाब की वजह से वह मुंबई में तब एक लुटेरा गैंग जिसका मुखिया हाजी मस्तानी था उसके संपर्क में आया। इसी दौरान दो लोगों पर हमला करने के बाद दाऊद और उसके भाई शबिर इब्राहिम कासकर ने डी-कम्पनी खड़ी की।

2. दाऊद का अपना परिवार और रिश्तेदारः दाऊद की शादी महजबीन उर्फ जुबीना जरीन से हुई। इस दंपति के 4 बच्चे हैं। 3 लड़कियां और एक लड़का, बड़ी लड़की का नाम माहरुख, मझली लड़की का नाम माहरीन, तीसरी लड़की का नाम मारिया है। मारिया अब इस दुनिया में नहीं है, उसकी 1998 में मौत हो चुकी है। जबकि सबसे छोटे वाले लड़के का नाम मोइन है। दाऊद की बड़ी लड़की माहरुख ने 2006 में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद मियांदाद से शादी की। वहीं 2011 में माहरीन ने 24 साल की उम्र में पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी अयुब से शादी की। दाऊद के इकलौते बेटे मोइन की शादी 25 सितम्बर 2011 को लंदन स्थित एक व्यापारी की लड़की सानिया से हुई। बताया जाता हैं कि उसके परिवार के अन्य सदस्य, जिनमें उसका भाई इकबाल कासकर भी हैं सब मुंबई में ही रहते हैं।

 

इन मामलों में रहा है दाऊद का हाथ

           
1. हावाला कारोबारः दाऊद पर भारत व एशिया में हवाला कारोबार का आरोप हैं। खूबिया एंजेसियों के मुताबिक दाऊद गलत तरीके से हवाला के जरिए उद्योपतियों व भ्रष्ट लोगों के रुपयों को भारत से बाहर व वहां ये इधर सप्लाई करता हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कई ऐसे संगठनों को दाऊद चला रहा हैं।

2. अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने दाऊद पर लगाए आरोपः अमेरिका ने आतंकवाद खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध कार्यक्रम के तहत दाऊद को आतंकवादी घोषित किया है। वहीं उसने प्रभावी रूप से अमेरिकन वित्तीय संस्थाओं को दाऊद से जुड़े किसी भी बिजनेस से दूर रहने की सलाह दी है। साथ ही जहां-जहां दाऊद की परिसंपत्तियां है, उसे सील करने को कहा है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की उस पर नजर है, विभाग ने एक तथ्य पत्र जिसमें दाऊद के स्मगलिंग रूट्स का पता चला हैं इसका खुलासा किया। बताया जाता हैं कि दाऊद दक्षिण एशिया, और मध्य- पूर्व और अफ्रिका में ड्रग्स की सप्लाई का कारोबार करता है। जिसमें आतंकवादी संगठन अलकायदा भी उसको मदद पहुंचाता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक दाऊद इन नशीले पदार्थों को समुद्र में जहाजों के जरिए इंग्लेंड और पश्चिमी देशों में सप्लाई करता हैं।

3. अलकायदा से भी जुड़े दाऊद के तारः विदेशी व भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की मानें तो कहा जाता हैं कि दाऊद के ओसामा लादेन के आतंकी संगठन अलकायदा से गहरे संपर्क है। 1990 में वह तालिबान की निगरानी में अफगानिस्तान भी गया था। इन संगठनों से दाऊद के जुड़ाव का मकसद भारत में दंगे और आतंक फैलाने के अलावा यहां बार्डर के जरिए आतंकियों को भेजना है।  

4. संयुक्त राष्ट्र में पहुंच चुका हैं दाऊद का मामलाः अमेरिका ने यूएनओ से आग्रह किया हैं कि वह अपने सभी सदस्यों से एक प्रस्ताव को पास कराए, जिससे कि विश्व में दाऊद की प्रॉपर्टी और ठिकाने उसके व्यापार और गलत तरीके से एक जगह से दूसरे जगह जाने पर रोक लग सके। 

5. 2002 के गुजरात दंगों में भी रहा दाऊद का हाथः कहा जाता हैं कि 2002 में हुए गुजरात दंगों में दंगाइयों को आतंकी संगठन लशकर- ए- तैयबा की मदद से दाऊद ने वित्तीय मदद पहुंचाई थी।

6. दाऊद को लेकर भारत ने पाकिस्तान को सौंपी रिपोर्टः 2006 में भारत सरकार ने पाकिस्तान को 38 अति कुख्यात अपराधियों की एक सूची जारी कर भेजी थी। इस सूची में दाऊद का नाम भी शामिल था।

7. दाऊद की गैंग के 10 सदस्य गिरफ्तारः 21 नवम्बर 2006 को क्राइम ब्रांच मुंबई पुलिस ने दाऊद के 10 गुर्गों को गिरफ्तार किया था। ये सब संयुक्त अरब अमीरात से यहां आए थे।

8. 2008 में मुंबई धमाकेः एक पत्रिका ने दाऊद पर एक रिपोर्ट बनाई थी जिसमें यह पाया गया था कि 2008 में मुंबई में हुए बम धमाकों में दाऊद का हाथ था।

9. शिराज अशगर अलि की हत्याः क्राइम की दुनिया में बादशाहत पाने वाले शिराज अशगर अलि को भी दाऊद ने ही मारा था। यह दोनों के बीच वर्चस्व की जंग थी।

10. नेपाल ने भी की कार्रवाईः नेपाल सरकार सीधेतौर पर दाऊद की 224 निजी संपत्ति और 64 साझेदारों के साथ नेपाल में खरीदी गई संपत्ति को सील किया है। इस पर नेपाल एंटी मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत वर्तमान में मुकदमा भी चल रहा है।

11. दाऊद का क्रिकेट कनेक्शनः पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने 2013 में दाऊद पर कथित आरोप लगाए थे कि 1986 में शारजहां में हुए भारत और पाकिस्तान के बीच मैच से पहले दाऊद खुद यहां उनके ड्रैसिंग रूम में आया था और उसने सभी भारतीय क्रिकेटरों को यह कहा था कि अगर वे शारजहां कप के फाइनल में पाकिस्तान को हरा देंगे तो सभी को एक- एक कार गिफ्ट करेगा। वहीं तब से लेकर अब तक जब भी अंतरराष्ट्रीय लीग मैच व आइपीएल आदि मैच होते हैं तो यहां भी दाऊद सक्रिय रहता हैं।

 

1993 में हुए मुंबई धमाके

आज इस घटना को 25 साल हो चुके हैं। लेकिन अब तक लोगों के जेहन में इसकी यादें ताजी है। 1993 में मुंबई की अलग-अलग जगहों पर 2 घंटों में सिलसिलेवार कई धमाके किए गए थे। इन धमाकों में 257 लोगों की मौत हुई थी और 700 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। जिसके बाद अब पुलिस ने अबू सलेम और फारुख टकला को गिरफ्तार किया है।

वहीं धमाकों के मास्टरमाइंड अबू सलेम व अन्य दोषियों को विशेष टाडा अदालत ने सजा भी सुनाई है। जबकि इन धमाकों के पीछे सबसे बड़ा नाम दाऊद इब्राहिम आज भी भारतीय कानून की गिरफ्त से बाहर है। दाऊद ने एक बयान में इन धमाकों को करवाने के पीछे 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में ढहाई गई बाबरी मस्जिद से मुस्लमानों को हुई क्षति का बदला बताया था।

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दाऊद का फिल्मी कनेक्शन


डी- कम्पनी ने फिल्मों में किया निवेशः कहा जाता है कि दाऊद की डी-कम्पनी से फिल्म इंडस्ट्री भी अछूती नहीं है। 1980 और 1990 के बीच कई बॉलीवुड फिल्मों में दाऊद ने पैसा लगाया था। इस दौरान दाऊद के संबंध कुछ बॉलीवुड की अभिनेत्रियों से भी रहे इसमें अनीता अयुब और मंदाकिनी का भी नाम आया था। वहीं बॉलीवुड प्राड्यूसरों और सैलीब्रिटीज की हत्या में भी दाऊद का हाथ था। कहा जाता है कि बॉलीवुड प्राड्यूसर जावेद शिद्दकी और गायक गुलशन कुमार की हत्या दाऊद ने करवाई थी।

दाऊद पर बनी बॉलीवुड फिल्में, जिसमें दिखी उसकी रील लाइफ


1. वनस अपॉन टाइम इन मुंबई: 30 जुलाई 2010 को रिलीज हुई इस फिल्म ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। इसमें सुल्तान मिर्जा और शोयब खान के किरदार में गैंगस्टर के आपसी संबंधों व दाऊद के डॉन बनने की कहानी दर्शाई गई है।

2. शूट आउट एट लोखंडवालाः 25 मई 2007 को रिलीज हुई इस फिल्म में यह दिखाया गया हैं कि किस तरह मुंबई की तंग गलियों से छोटे- मोटो बदमाशों पर दाऊद अपना जलवा बिखेरता है। इसमें विवेक ओबराय और उनके साथी कलाकारों ने गैंगस्टर का काफी बढ़िया किरदार निभाया था। फिल्म में यह भी दिखाया गया हैं कि जब दाऊद को लगा कि अब वह फंसने वाला हैं तो उसने दुबई से खुद पुलिस को फोनकर सभी बदमाशों का पता और लोकेशन बताकर इन सभी को मरवा डाला।

3. शूट आउट एट वडालाः 2013 में रिलीज हुई इस फिल्म में डी- कम्पनी के कनेक्शन को दिखाया गया था। फिल्म में जॉन अब्राहम ने सर्वश्रेष्ठ गैंगस्टर का किरदार निभाया था। 

अभी कहां छुपा है दाऊद

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के मुताबिक दाऊद पाकिस्तान और गल्फ देशों में छुपा हुआ है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट की मानें तो दाऊद पहले संयुक्त अरब अमीरात में रह रहा था जिसने बाद में अपना ठिकाना पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बॉर्डर में बना लिया। उस पकड़ने के लिए भारत सरकार न सिर्फ संयुक्त राष्ट्र संघ में इसकी अपील कर रही हैं बल्कि इसके लिए भारत ने अमेरिका व दूसरे देशों से भी सहयोगा मांगा है। कहा जाता है कि वह कई तरह की तकनीक और कड़े सुरक्षा प्रबंध को अपनाता है, जिस कारण सुरक्षा एजेंसियां उसे अभी तक ट्रैक नहीं कर सकी है। इसी कारण वह अभी तक बचा हुआ है।  

भारतीय एजेंसियों के पास नहीं है दाऊद की कोई नई फोटो

62 साल का हो चुका दाऊद अब कैसा दिखता है, वह जिंदा है भी की नहीं। इस बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता। यहां तक भारतीय खुफिया एजेंसियों के पास उसकी पहचान दिखाने के लिए वहीं घिसी-पिटी कई साल पुरानी फोटो ही है। जबकि समय-समय पर उसके बीमार होने की खबरें मीडिया की सुर्खियां जरूर बनती हैं। जबकि दाऊद अब कैसा दिखता हैं इसका प्रमाण किसी के पास नहीं है।










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