लॉकडाउन के अनुभव: मुंबई के छोटे कारोबारियों को उठाना बड़ा नुकसान

डीएन ब्यूरो

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 28 जून से कई छोटे कारोबार को खोलने की इजाजत दे दी गयी है। जानिये, लॉकडाउन में ऐसे ही छोटे कारोबारियों के अनुभव को..

फाइल फोटो
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मुंबई: महाराष्ट्र समेत मुंबई देश के उन क्षेत्रों में शामिल हैं, जहां के लोग कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा जूझ रहे हैं। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 28 जून से सैलून समेत कई छोटे व्यवसाय को खोलने की सरकार  ने इजाजत दे दी है। लेकिन बीते दिनों ऐसे व्यवसाइयों को बेहद कड़वे अनुभवों से गुजरना पड़ा। डाइनामाइट न्यूज ने लॉकडाउन के अनुभवों को जानने कि लिये सैलून व्यवसाय से जुड़े लोगों से बात की। 

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम पहुँची मुंबई के उपनगर में स्थित मलाड के ऑर्चिड सैलून में। ऑर्चिड सैलून की ऑनर 54 वर्षीय निर्मला सचिन पाठक और आनंद जेठवानी है। सन 2013 में शुरू होने वाले ऑर्चिड सैलून ऑनर निर्मला पाठक ने बताया कि उन्हें पिछ्ले सात सालों में पहली बार इतना बड़ी नुकसान झेलना पड़ा है। 

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उन्होंने कहा कि विश्वभर में फैली कोरोना महामारी ने लगभग सभी को नुकसान पहुँचाया है। लेकिन छोटी कारोबारी इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए।  नर्मला को उम्मीद है कि जल्द सब कुछ ठीक हो जायेगा। उन्होंने अपनी सफलता के पीछे अपने भाई का हाथ बताया जिन्होंने उन्हें सैलून का बिजनेस खोल कर दिया।

सैलून में सुरक्षा संबंधी सवाल पर उन्होंने बताया कि हम कस्टमर को समय समय पर सेनेटाइज कराते रहते है और कस्ट्मर को समय देकर ही बुलाया जाता है। ताकि ग्राहकों के बीच दूरी सुनिश्चित की जा सके। साथ ही कर्मचारियों द्वारा भी सैलून में काफी साफ सफाई का ध्यान रखा जाता है और सभी नियमों का कड़ाई से पालन होता है। ताकि कोरोना संक्रमण से सभी का बचाव हो सके।
 

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