किसानों के समर्थन में राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेता पहुंचे जंतर-मंतर, इन दलों ने बनाई दूरी, जानिये क्या बोले कृषि मंत्री
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में आज कई विपक्षी दलों के नेता जंतर-मंतर पहुंचे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत ये विपक्षी नेता किसानों के समर्थन में जंतर पहुंचे। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में आज कई विपक्षी दलों के नेताओं का एक दल जंतर मंतर पहुंचा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कुछ विपक्षी पार्टियों के नेता एक बसे में सवार होकर जंतर-मंतर पहुंचे, जहां आजकल किसान संसद का आयोजन किया जा रहा है। ये नेता कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन दे रहे हैं।
कुछ विपक्षी दलों ने इस प्रदर्शन से आज दूरी भी बनायी है। शुक्रवार को जंतर मंतर पहुंचने वाले विपक्षी नेताओं के इस दल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, मायावती की बीएसपी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप शामिल नहीं हो रही है।
जंतर-मंतर पहुंचे राहुल गांधी ने कहा कि पूरा विपक्ष किसानों के समर्थन में संसद आए हैं। यहां पर विपक्ष हिन्दुस्तान के सभी किसानों को अपना पूरा का पूरा समर्थन देने पहुंचे हैं।
We stand united.
— Congress (@INCIndia) August 6, 2021
We stand with our annadatas.
We stand with Bharat Mata.#जीतेगा_किसान pic.twitter.com/hu3hhHYPWb
विपक्षी दलों के नेताओं के किसानों के समर्थन में कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कृषि मंत्री ने लिखा- प्रतिपक्ष का जंतर-मंतर पर जाना सिर्फ एक मीडिया इवेंट है। अगर प्रतिपक्ष के मन में किसानों के लिए ज़रा सा भी स्थान होता, ज़रा सी भी ईमानदारी होती, तो वे सदन में किसानों के विषय को उठाते और चर्चा करते... सरकार चर्चा करने के लिए तैयार है और विपक्ष चर्चा से भाग रहा है।
प्रतिपक्ष का जंतर-मंतर पर जाना, सिर्फ एक मीडिया इवेंट है...
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) August 6, 2021
अगर प्रतिपक्ष के मन में किसानों के लिए ज़रा सा भी स्थान होता, ज़रा सी भी ईमानदारी होती, तो वे सदन में किसानों के विषय को उठाते और चर्चा करते...
सरकार चर्चा करने के लिए तैयार है और विपक्ष चर्चा से भाग रहा है... pic.twitter.com/JMBkeaL6e1
बता दें कि मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ देश के किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार से कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन हर बातचीत असफल रही। किसान आंदोल, पेगासस जैसे मुद्दों को लेकर कई दिनों से संसद का कामकाज बाधित है।