Maharajganj: पुलिस ने किया हैकर्स गैंग का पर्दाफाश, इस तरह करते थे फर्जीवाड़ा, जानिये पूरी क्राइम कुंडली

डीएन ब्यूरो

जनपद की साइबर सेल एवं निचलौल पुलिस की संयुक्त टीम ने साइबर हैकर्स की मदद में जुटे एक बड़े गैंग का खुलासा किया है। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी


महाराजगंज: जनपद की साइबर सेल एवं निचलौल पुलिस की संयुक्त टीम ने हैकर्स की मदद कर रहे एक बड़े गैंग का खुलासा किया है। यह गैंग नेपाली नागरिकों के फर्जी आधार कार्ड बनाकर उसके जरिए पैन कार्ड, सिम कार्ड हासिल कर बैंक में खाता खोलकर साइबर हैकरों को उपलब्ध कराते थे। पुलिस ने इस गैंग से जुड़े दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल है।

गिरफ्तार किये गये हैकर्स लोगों के बैंक खाते से लाखों की ठगी किया करते थे। हैकर्स की मदद करने वाले इस गैंग के कई सदस्य अभी फरार है, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने इनके पास से कई सारे फर्जी आधार कार्ड, दर्जन भर सिम कार्ड, लैपटॉप सहित बहुत से दस्तावेज बरामद किए हैं। 

पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि साइबर अपराध से जुड़ा एक बड़ा गैंग जनपद के निचलौल तहसील स्थित मारवाड़ी मोहल्ले में एक कस्टमर सर्विस सेंटर चला रहे है। इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने सर्विस सेंटर के दो लोगों को पकड़ा और इस गिरोह का खुलासा किया।

पुलिस पूछताछ के दौरान दोनों गिरफ्तार युवकों ने बताया कि वे कस्टमर सर्विस सेंटर के मालिक धर्मेंद्र चौधरी के साथ मिलकर नेपाली नागरिकों को धन का प्रलोभन देकर उनके फर्जी आधार कार्ड बनाते हैं। जिसके बाद उसी आधार कार्ड से सिम कार्ड और पैन कार्ड भी बनवाकर फर्जी तरीके से बैंक में खाता खोलते हैं। फिर बैंक में इन खातों को वे झारखंड सहित बाकी राज्यों में फैले हैकरों को उपलब्ध कराते थे। जिसके बदले में उन्हें काफी मोटी कीमत मिलती थी। 

पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पकड़ा गया गैंग नेपाली नागरिकों को 5 हजार रुपए देकर फर्जी तरीके से उनका आधार कार्ड बनाते थे, जिसके बाद पैन कार्ड बनवाकर बैंक उनके खाते खुलवाए जाते थे और उन खातों की डिटेल हैकर्स की दी जाती थी। जिसके जरिए हैकर्स लाखों की ठगी का काम करते थे। पूछताछ में इस गैंग के कई अन्न सदस्यों का नाम भी सामने आया है जिनकी तलाश की जा रही है।
 










संबंधित समाचार