यूपी एसटीएफ का खुलासा: हाई कोर्ट भर्ती परीक्षा में बड़ी धांधली , 13 गिरफ्तार

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यूपी एसटीएफ ने हाईकोर्ट भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर हो रही धांधली का खुलासा किया है। इस मामले में एसटीएफ ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ अब परीक्षा आयोजित कराने वाली कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ करने की तैयारी में है..

गिरोह का सरगना सिराजुद्दीन
गिरोह का सरगना सिराजुद्दीन


लखनऊ: इलाहाबाद हाई कोर्ट भर्ती परीक्षा में एसटीएफ ने बड़े स्तर पर अनियमितताओं का खुलासा किया है। इस मामले में एसटीएफ ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें गिरोह का सरगना भी शामिल है। एसटीएफ ने गिरफ्तार किये गये लोगों से 94 हजार की नगदी समेत कई आधार कार्ड, पैन कार्ड और प्रवेश पत्र भी बरामद किए हैं। वहीं एसटीएफ को इनके पास से नकली अंगूठा भी मिला है। जिसका मकसद परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने के लिए होने वाले बायोमेट्रिक्स को चकमा देना था। इलाहाबाद हाई कोर्ट भर्ती परीक्षा 12 नवंबर को आयोजित की गयी थी।

गिरफ्तार किए गए आरोपी

गिरफ्तार किए गए लोगों के नाम संजय सिंह निवासी गोरखपुर, अभिषेक सिंह निवासी गोरखपुर, राहुल कुमार निवासी बिहार, अमित कुमार निवासी बिहार, गोविंद कुमार निवासी बिहार, चंदन निवासी बिहार, मुबारक अली निवासी कुशीनगर, रामप्रवेश निवासी गोरखपुर, सिराजुद्दीन निवासी गोरखपुर, संजीव कुमार निवासी गोरखपुर, रजीउल्लाह निवासी गोरखपुर, मनु गुप्ता निवासी देवरिया,श्याम सिंह निवासी बिहार हैं। 

परीक्षा में 3 स्तरों पर सेंधमारी की 

हाई कोर्ट ने कुछ समय पहले ग्रुप 'सी' और ग्रुप 'डी' की रिक्तियां घोषित की थी। जिसके लिए 12 नवंबर को भर्ती परीक्षा का आयोजन था। एसटीएफ मुख्यालय को लंबे समय से हाईकोर्ट भर्ती परीक्षा में सेंधमारी किये जाने की खबरें मिल रही थी। एसटीएफ परीक्षा पर नजर बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी करने में लगी थी। एसटीएफ को हाईकोर्ट भर्ती परीक्षा में 3 स्तरों पर धांधली किए जाने की योजना का पता लगा।

परीक्षा में 3 स्तरों पर धांधली

पूछताछ में गिरोह के सरगना सिराजुद्दीन ने एसटीएफ को बताया कि परीक्षा में 3 स्तरों पर धांधली करने की योजना थी। पहली योजना यह थी की उम्मीदवार की जगह सॉल्वर को परीक्षा में बैठाया जाए। दूसरी परीक्षा कक्ष के अंदर से प्रश्न पत्र को व्हाटसअप से हासिल कर लिया जाए और उसे सॉल्वरों के माध्यम से हल कराकर व्हाटसअप के माध्यम से परीक्षा कक्ष में बैठे उम्मीदवारों तक पहुंचा दिया जाए। तीसरी  उम्मीदवार  कुछ ही सवालों के जवाब ओएमआर शीट में भरें। जिसे बाद में  केंद्र व्यवस्थापक की मदद से  पूरा भर दिया जाए। पूछताछ पर गिरोह सरगना सिराजुद्दीन ने बताया की गोरखपुर के बापू इंटर कॉलेज में उम्मीदवार की जगह साल्वर अमित कुमार बैठकर परीक्षा दे रहा है।

व्हाटसअप पर मिला प्रश्नपत्र

एसटीएफ ने रंगे हाथों परीक्षा कक्षा से अमित कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह सरगना सिराजुद्दीन ने एसटीएफ को बताया कि परीक्षा कक्षा से प्रश्न पत्र उसे व्हाटसअप पर मिल गया था। जिसे वह साल्वरों के माध्यम से हल कराकर भेजने की तैयारी में था। इसी बीच एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने बताया की इस पूरी धोखाधड़ी के मुख्य सूत्रधार 3 लोग सिराजुद्दीन गिरोह सरगना सिराजुद्दीन संजय और अभिषेक थे। मामले में पिपराइच पुलिस आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने में जुटी है।
 










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