लखनऊ: विनाशकारी बाढ़ की तबाही को रोकने के लिये योगी सरकार बड़ा का एक्शन प्लान
यूपी के कई जिलों में बारिश के दिनों में आने वाली बाढ़ के कारण हर साल भारी जान-माल का नुसान होता है। योगी सरकार ने अब बाढ़ से होने वाली तबाही को रोकने के लिये ठोस कार्ययोजना बनाने का दावा किया है। पूरी खबर..
लखनऊ: यूपी के कई जिलों में बारिश के दिनों में आने वाली बाढ़ से भयंकर नुकसान और तबाही होती है। मीडिया से बातचीत करते हुए सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि इसे रोकने के लिए यूपी सरकार एक रणनीति बनाकर काम करने में लगी है, जिससे बाढ़ से होने वाली तबाही से काफी आसानी से निपटा जा सकेगा।
पहले चरण में होगा 6 नदियों के जीर्णोद्धार का काम
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गौरतलब है कि यूपी में गंगा यमुना जैसी बड़ी नदियों की कई छोटी और मध्यम जलभराव वाली सहायक नदियां हैं। जिनमें बरसात के दिनों में पानी होता है, जबकि बाकी महीनों में सूखी रहती हैं। जिस कारण बढ़ाने की स्थिति में इन नदियों के आसपास की बस्तियों में बारिश से भारी पैमाने पर तबाही होती है।
इसके लिए सिंचाई विभाग ने इन नदियों की खुदाई का काम शुरू कर दिया है और मामले में सिंचाई विभाग ने दावा किया है कि नदियों की खुदाई और साफ सफाई के बाद इनमें जल भंडारण की सीमा काफी हद तक बढ़ जाएगी। जिससे बाढ़ की चुनौती से निपटने में काफी मदद मिलेगी। पहले चरण में यूपी की जिन 6 नदियों को शामिल किया गया है, उनमें सई, तमसा, वरुणा अरैल, सोन,गोमती जैसी नदियां हैं।
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इन नदियों के जोरदार के काम में सिंचाई विभाग स्थानीय लोगों की भी मदद लेने पर विचार कर रहा है। जिनमें स्थानीय विधायक, जिला पंचायत सदस्य, अध्यक्ष, बीडीसी और स्थानीय विद्यालयों के प्रधानाचार्य शामिल होंगे। वहीं गोमती नदी के उद्गम जिले पीलीभीत में नदी की 10 किलोमीटर से अधिक की खुदाई कराई गई है।
नदियों के जीर्णोद्धार के लिए नदियों के दोनों तटों पर सघन पौधे लगाने पर भी विचार किया जा रहा है जिससे बाढ़ के समय में इन नदियों का पानी नजदीक के रियासी इलाकों में न पहुंच सके।