पिछली सरकार के 30 मंत्रियों को पीएम मोदी ने दिखाया मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता
लोकसभा चुनावों में प्रचंड जीत हासिल कर दूसरी बार सत्ता में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली सरकार के 30 मंत्रियों को नई टीम ने में जगह नहीं दी है। वहीं इस बार 20 नए चेहरों ने पहली बार मंत्री पद की शपथ ली है।
नई दिल्ली: शपथ ग्रहण से पहले तक राजनीतिक पंडितों की तुक्केबाजी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबरदस्त प्रहार करते हुए कम से कम 30 पुराने मंत्रियों को अपने नए मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया है। 2014 में उनके मंत्रिमंडल में 45 सांसद थे जबकि इस बार 57 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है।
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बीते दिन राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ ग्रहण कार्यक्रम में जैसे-जैसे दर्शक दीर्घा में मंत्री पहुंचने लगे वैसे वैसे नए चेहरों को लेकर कयास लगाए जाने लगे थे। करीब दो घंटे चले शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए की जीत के सूत्रधार रहे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर आकर्षण का केंद्र रहे।
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वहीं मोदी के पिछले मंत्रिमंडल में जगह पाने वाली भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज को स्थान नहीं मिला है। सुषमा स्वराज ने जहां इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया था वहीं वित्त मंत्री रहे जेटली ने भी स्वास्थ्य कारणों से मंत्री पद लेने से इनकार कर दिया था।
इसके अलावा भाजपा के कद्दावर नेता और कैबिनेट मंत्री रहे सुरेश प्रभु को भी इस बार मंत्रिमंडल में नहीं शामिल किया गया है। जबकि भाजपा के सभी मंचों पर नजर आने वाले जेपी नड्डा को भी मंत्री परिषद में नहीं जगह दी गई है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अमित शाह के कैबिनेट मंत्री बनने के बाद उन्हें भाजपा का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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इसके अलावा राजस्थान के अपनी फिटनेस को लेकर चर्चा में रहने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौर को भी मंत्रिमंडल से दूर रखा गया है। इनके अलावा मेनका गांधी, राधामोहन सिंह, जुएल ओराम, उमा भारती, अनंत गीते, महेश शर्मा और केजे अल्फोंस को भी मोदी की टीम में जगह नहीं मिली है।
यह बने कैबिनेट मंत्री
राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर, थावर चंद गहलोत, डॉ. एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावडे़कर, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रहलाद जोशी, डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे, अरविंद सावंत, गिरिराज सिंह और गजेन्द्र सिंह शेखावत