DN Exclusive: आजमगढ़ क्यों बना बसपा की सियासी प्रयोगशाला? देखिये मसूद अहमद और सबिहा अंसारी का ये इंटरव्यू

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ सीट से बसपा मसूद अहमद को अपना प्रत्याशी बनाया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



आजमगढ़: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी दाव पेच पार्टियों द्वारा खेला जा रहा है।   कम से कम पार्टी की मौजूदा गतिविधियों को देखकर तो यही कहा जा सकता है। 

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार बसपा ने पिछले 20 दिन में इस सीट पर तीसरा प्रत्याशी लेकर आई है। जिले में बहुजन समाज पार्टी ने पहले बसपा प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को मैदान में उतारा था। लेकिन उसके बाद आजमगढ़ जिले से उनका टिकट काटकर उन्हें देवरिया के सलेमपुर से प्रत्याशी बनाया गया और उनकी जगह कांग्रेस पार्टी में रही सबीहा अंसारी पर अपना दाव लगाया। फिर उनका टिकट काटकर उनके पति मसूद अहमद को चुनावी रण में उतार दिया है। 

मसूद अहमद और उनकी पत्नी सबिहा अंसारी बराबर क्षेत्र में जाकर लोगों से मिल रही हैं।

डायनामाइट न्यूज़ ने सबिह अंसारी व मसूद अहमद से बातचीत की तो उन्होंने अपनी जीत का दावा किया और कहा कि वह चुनाव जीत कर बहन जी को प्रधानमंत्री बनाने का काम करेंगे।

टिकट में देरी को लेकर बसपा प्रत्याशी ने कहा  कि यह पार्टी संगठन का फैसला है। पार्टी का निर्णय शिरोधार्य है।  

उन्होंने कहा कि उनका संगठन जनता के बीच में जाकर के काम कर रहा है और वह सीट जीतकर बहन मायावती के झोली में डालने का काम करेंगे।

चुनाव जीतने के बाद आजमगढ़ के विकास के बारे में उन्होंने कहा कि वह जीतने के बाद जब संसद में पहुंचेंगे तो वह आजमगढ़ में विकास की गंगा बहाने का काम करेंगे।










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