RIP Mulayam Singh Yadav:जानिये, मुलायम सिंह यादव ने साल दर साल कैसे चढ़ी सियासी सीढ़ियां और कैसे पहुंचे सियासत के शिखर पर

डीएन ब्यूरो

खेती, किसानी और पहलवानी की पृष्ठभूमि से आगे बढ़े समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है। उन्होंने जिस तरह से साल दर साल सियासी सीढियां चढ़ी, वह राजनीति में मिसाल बन गई है। मुलायम सिंह यादव को लेकर पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की यह खास रिपोर्ट

मुलायम सिंह यादव
मुलायम सिंह यादव


नई दिल्ली: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने 83 साल की आयु में गोलोक सिधार गये हैं। उन्हें उनके शानदार सियासी सफर के लिए सदा याद रखा जायेगा। वे एक प्रयोगधर्मी राजनेता थे, जिन्होंने राजनीति में कई नये प्रयोग किये और हर जन-वर्ग को साधने की कोशिश की।

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डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये खेती, किसानी और पहलवानी की पृष्ठभूमि से राजनीति में आये मुलायम सिंह आखिर साल दर साल कैसे आगे बढ़े।  

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1960: शिक्षक पद से त्यागपत्र देने के बाद मुलायम सिंह राजनीति में उतरे
1967: पहली बार यूपी विधानसभा चुनाव जीते और विधायक बने
1974: प्रतिनिहित विधायक समिति के सदस्य बने
1975: इंदिरा गांधी द्वारा लगाये गये इमरजेंसी में जेल जाने वाले विपक्षी नेताओं में शामिल। उन्हें 19 साल जेल में रहना पड़ा।
1977: उत्तर प्रदेश में पहली बार मंत्री बने। कॉ-ऑपरेटिव और पशुपालन विभाग संभाला
1980: उत्तर प्रदेश में लोकदल का अध्यक्ष पद संभाला
1985-87: उत्तर प्रदेश में जनता दल का अध्यक्ष पद संभाला
1989: पहली बार मुख्यमंत्री बनकर यूपी की कमान संभाली
1992: समाजवादी पार्टी की स्थापना की और विपक्ष के नेता बने
1993-95: दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री पद पर काबिज़ हुए
1996: मैनपुरी से 11वीं लोकसभा के लिए सांसद चुने गए. केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री का पद संभाला
1998-99: 12वीं और 13वीं लोकसभा के लिए फिर सांसद चुने गए
1999-2000: पेट्रोलियम और नेचुरल गैस कमेटी के चेयरमैन का पद संभाला
2003-07: तीसरी बार यूपी का मुख्यमंत्री पद संभाला
2004: चौथी बार 14वीं लोकसभा में सांसद चुनकर गए
2007: यूपी में बसपा से करारी हार का सामना करना पड़ा
2009: 15वीं लोकसभा के लिए पांचवीं चुने
2009: स्टैंडिंग कमेटी ऑन एनर्जी के चेयरमैन बने
2014: उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ से सांसद बने
2014: स्टैंडिंग कमेटी ऑन लेबर के सदस्य बने
2015: जनरल पर्पस कमेटी के सदस्य बने
2017: समाजवादी पार्टी के संरक्षक बने

इस समय वे मैनपुरी से सांसद थे।










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