केरल नाव हादसा: लापरवाही बरतने के कारण बंदरगाह के दो वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

केरल पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तनूर नाव हादसे में लापरवाही बरतने के कारण मंगलवार को बंदरगाह के दो वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया।

वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार (फाइल)
वरिष्ठ अधिकारी गिरफ्तार (फाइल)


मलाप्पुरम: केरल पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तनूर नाव हादसे में लापरवाही बरतने के कारण मंगलवार को बंदरगाह के दो वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया।

सात मई को हुए नाव हादसे में 15 बच्चों सहित कुल 22 लोगों की मौत हुई थी।

एसआईटी ने दुर्घटना के सिलसिले में बेपोर बंदरगाह के प्रभारी व वरिष्ठ पोर्ट संरक्षक वी वी प्रसाद और अलाप्पुझा पोर्ट के मुख्य सर्वेक्षक सेबेस्टियन जोसेफ को गिरफ्तार किया।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, ''दोनों को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के कारण गिरफ्तार किया गया, जिसकी वजह से यह दुर्घटना हुई।''

पुलिस ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस ने कहा, 'गिरफ्तार किए गए कुल लोगों में से तीन को आरोपी मालिक को शरण देने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया था।' उन्होंने बताया कि अब तीनों जमानत पर बाहर हैं।

पुलिस के मुताबिक, सात मई को शाम करीब साढ़े सात बजे तनूर में थूवलथीरम बीच के पास नाव पलट गई थी।

जिले के अधिकारियों के मुताबिक, नाव हादसे में मारे गये लोगों में से 15 नाबालिग थे जिसकी उम्र आठ महीने से 17 वर्ष के बीच थी। हादसे के वक्त नाव में कुल 37 लोग सवार थे।

गौरतलब है कि उच्च न्यायालय ने नौ मई को मलाप्पुरम जिले के तनूर इलाके में हुई नाव दुर्घटना को 'हैरान करने वाला' और 'भयावह' करार दिया था और स्वत: संज्ञान लेते हुए एक जनहित याचिका शुरू की थी।

केरल सरकार ने मामले की न्यायिक जांच की घोषणा की थी और मृतक के परिजनों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया था।

 










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