कासगंज: बारिश के बाद बाढ़ का कहर, आधा दर्जन गांवों में घुसा पानी, राहत-बचाव कार्य जारी
कुछ दिनों से जारी बारिश के कहर के बाद अब जनता बाढ़ का संकट से जूझने लगी है। भारी बारिश के बाद पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिस कारण यहां के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। पूरी खबर..
कासगंज: पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बारिश के बाद से गंगा नदी के लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण यहां कई गांव बाढ़ के खतरे से घिर गये है। बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी गंगा बाढ़ का मुख्य कारण माना जा रहा है। एक दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है, जिस कारण ग्रामीणों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बाढ़ के बढ़ते खतरे और पानी से घिरते गांवों को देखते हुए प्रशासन राहत औऱ बचाव कार्यों में जुट गया है। लोगों से ऊपरी जगहों पर जाने की अपील की जा रही है। कई ग्रामीणों के घरों में पानी भर गया है।
हालात पर यदि समय रहते काबू नहीं पाया गया और जलस्तर नहीं घटा तो यहां के लोग बाढ़ की भयंकर त्रासदी से जूझ सकते हैं।
जिले के जो गांव बाढ़ के संकट से घिरे हुए हैं, उनमें हशीनगला, जाटवनगर, हीरानगला, खन्नानगला, दर्जननगला, जेलीनगला, जयकिशन नगला, पदमा नगला, चतुरी नगला, जैली नगला, पटियाली तहसील क्षेत्र के गांव शामिल है। इन सभी गांवों में प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है।
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