Uttar Pradesh: पेयजल परियोजना में 450 करोड़ का घोटाला, दो दर्जन अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज, जानिये पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के कानपुर में जल निगम की पेयजल योजना में 450 करोड़ रुपये के घोटाले का गंभीर मामला सामने आया है। दो दर्जन आरोपी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जानिये कैसे अंजाम दिया गया इस घोटाले को
लखनऊ: यूपी के कानपुर जनपद में पेयजल परियोजना में 450 करोड़ रूपयों के घोटाले का गंभीर मामला सामने आया है। जल निगम की परियजना में मानकों के विपरीत पाइस समेत अन्य सामग्री का इस्तेमाल करके इस घोटाले को अंजाम दिया गया। मामला सामने आने के बाद दो दर्जन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ जल निगम के परियोजना प्रबंधक द्वारा फजलगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
यह मामला जल निगम के जेएनएनयूआरएम कार्यक्रम के अंतर्गत कानपुर पुनर्गठन पेयजल योजना फेस-1 (इनर ओल्ड एरिया) से जुड़ा है। 450 करोड़ रूपये की इस पेयजल परियोजना के निर्माण में मानकों का घोर उल्लंघन किया गया। मानकों में दर्शाये गये पाइप व अन्य जरूरी मटीरियल के स्थान पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। योजना में दर्शाये गये पीएससी पाइप के स्थान पर जीआरपी पाइप का प्रयोग किया गया और 450 करोड़ रूपये के घोटाले को अंजाम दिया गया।
यह भी पढ़ें |
Uttar Pradesh: मैनपुरी में अस्पताल के बाहर किशोरी की दर्दनाक मौत के मामले में दो डॉक्टरों पर बड़ा एक्शन, जानिये पूरा अपडेट
टीएसी जांच दल की जांच आख्या के आधार पर इस परियोजना में घोटाले का यह मामला सामने आया, जिसके बाद जल निगम के परियोजना प्रबंधक ने थाना फजलगंज में दो दर्जन अधिकारियों पर मुकदमा कराया गया। जलनिगम के दो दर्जन अधिकारियों परआईपीसी की धारा 409/420/120B के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। माना जा रहा है कि इस घोटाले में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। मामले में कानूनी कार्रवाई जारी है।
परियोजना प्रबंधक बैराज इकाई शमीम अख्तर द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि उक्त पाइप गुणवत्ता मानक के अनुरूप नहीं थी। तहरीर में जल निगम के संबंधित अधिकारियों पर सरकारी धन का गबन एवं वित्तीय/तकनीकी अनियमितता का गंभीर आरोप है। इसके बाद तत्कालीन परियोजना प्रबंधक एसके अवस्थी समेत दो दर्जन अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
यह भी पढ़ें |
Uttar Pradesh: मुजफ्फरनगर में 13 दूध डेयरियों के खिलाफ FIR दर्ज, जानिये क्या है पूरा मामला