कानपुर देहात अग्निकांड: SDM सस्पेंड, लेखपाल गिरफ्तार, पुलिस ने सपा प्रतिनिधिमंडल को पीड़ितों से मिलने से रोका, जानिये बड़े अपडेट

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात में बुलडोजर कार्रवाई के दौरान आग लगने से मां और बेटी की जिंदा जलकर मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहे सपा प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने बीच सड़क पर रोक दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



कानपुर: उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात में अवैध कब्जा हटाने के लिये बुलडोजर कार्रवाई के दौरान एक झोपड़ी में आग लगने से मां और बेटी की जिंदा जलकर मौत का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। घटना के 24 घंटे बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है लेकिन लोगों में अब भी रोष है। इस मामले में पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने बीच रास्ते में रोक दिया। 

घटना के बाद मौके पर जांच के लिये पहुंची पुलिस

लेखपाल गिरफ्तार, एसडीएम सस्पेंड

इस घटना के बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। मामले में SDM, लेखपाल, SHO, 15 पुलिसकर्मियों समेत कई के खिलाफ हत्या व कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एसडीएम को सस्पेंड कर दिया गया है।

बुल्डोजर कार्रवाई के दौरान आग लगने से मां-बेटी की मौत

समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम

कानपुर देहात की मैथा तहसील के मड़ौली में कब्जा हटाने के दौरान मां-बेटी के जिंदा जलकर मौत की घटना पर समाजवादी पार्टी समेत कई दलों व लोगों ने भारी दुख जताया। इस मामले को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशों पर समाजवादी पार्टी का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मड़ौली पंचायत के चाहला गांव जाकर पीड़ित परिजनों से मिलने के निकला था। तय कार्यकआम के मुताबिक परिजनों से बातचीत और परिस्थिजन्य आधार पर इस प्रतिनिधिमंडल को सपा प्रदेश कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपनी थी।

पुलिस द्वारा रोके जाने के खिलाफ सड़क पर बैठे सपा नेता व कार्यकर्ता

सपा प्रतिनिधिमंडल को रोका गया

पार्टी द्वारा घोषित कार्यक्रम के तहत समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल कानपुर देहात की मैथा तहसील के मड़ौली के लिये निकला। लेकिन गांव से काफी दूर पहले ही राजकीय इंटर कॉलेज के पास सपा प्रतिनिधिमंडल के पुलिस फोर्स ने रोक दिया। रोकने से नाराज सपा नेता वहीं सड़क पर बैठ गये और नारेबाजी करने लगे। 

सपा प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने पीड़ित परिजनों से मिलने से रोका

पीड़ित परिवार अंतिम संस्कार के लिये तैयार

पीड़ित परिवार ने मंगलवार सुबह मांग की है कि जब तक मुख्यमंत्री या डिप्टी सीएम नही आएंगे, तक हम शव नहीं उठाएंगे। इसके साथ ही बुलडोजर चलाने वाले अफसरों को शीघ्र गिरफ्तार करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। जिसके बाद वीडियो कॉल पर पीड़ित परिवार की डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से बात करवाई गई। डिप्टी सीएम से बातचीत के बाद पीड़ित परिवार अंतिम संस्कार के लिए तैयार हो गया है। फिलहाल दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।

जानिये पूरा मामला

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के मुताबिक कानपुर देहात की मैथा तहसील के एक गांव में अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान एक झोपड़ी में आग लग गई। जिससे 45 वर्षीय प्रमिला दीक्षित और उसकी 21 वर्षीय बेटी नेहा  की जलकर मौत हो गई। प्रशासनिक अधिकारी यहां रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में “ग्राम समाज” की भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। मृतक मां प्रमिला और बेटी की मौत के साथ ही पति कृष्ण गोपाल दीक्षित भी बुरी तरह से झुलस गए। इस घटना के बाद से भारी बवाल मचा हुआ है। 










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