भारत ड्रोन के क्षेत्र में पूरी दुनिया को नया नेतृत्व देगा: मोदी

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश में स्टार्टअप्स का एक नया इकोसिस्टम तैयार हो रहा है और बहुत जल्द इनकी संख्या हजारों में पहुंच जाएगी तथा आने वाले समय में भारत ड्रोन के क्षेत्र में पूरी दुनिया को एक नया नेतृत्व देगा।

फाइल फोटो
फाइल फोटो


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि देश में स्टार्टअप्स का एक नया इकोसिस्टम तैयार हो रहा है और बहुत जल्द इनकी संख्या हजारों में पहुंच जाएगी तथा आने वाले समय में भारत ड्रोन के क्षेत्र में पूरी दुनिया को एक नया नेतृत्व देगा।

गरुड़ एयरोस्पेस द्वारा 108 किसान ड्रोन की उड़ान के मौके पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा,“ भारत में ड्रोन र्स्टाट-अप्स का एक नया इको सिस्टम तैयार हो रहा है। अभी देश में 200 से ज्यादा ड्रोन स्टार्ट-अप काम कर रहे हैं। बहुत जल्द ही इनकी संख्या हजारों में पहुंच जाएगी। इससे रोजगार के भी लाखों नए अवसर खुलेंगे। मुझे विश्वास है आने वाले समय में भारत का ये बढ़ता सामर्थ्य पूरी दुनिया को ड्रोन के क्षेत्र में नया नेतृत्व देगा। ”

उन्होंने कहा कि देश में जो स्टार्ट-अप की दुनिया खड़ी हुई है उसका श्रेय नौजवानों को जाता है जो जोखिम लेकर यह काम कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं को आश्वस्त करते हुए कहा , “ भारत सरकार नीतियों के द्वारा लगातार आपके साथ रहकर के, कंधे से कंधा मिलाकर के आपको आगे बढ़ने में कोई रूकावट नहीं आने देगी।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर नीतियां सही हों तो देश कितनी ऊंची उड़ान भर सकता है , आज का दिन इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि किसान ड्रोन 21वी सदी की आधुनिक कृषि व्यवस्था की दिशा में एक नया अध्याय है। “ मुझे विश्वास है ये शुरूआत न केवल ड्रोन सेक्टर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी बल्कि इसमें संभावनाओं का एक अन्ंत आकाश भी खुलेगा। मुझे भी बताया गया है, कि गरुड़ एयरोस्पेस ने अगले दो वर्षों में एक लाख मेड इन इंडिया ड्रोन बनाने का लक्ष्य रखा है।  इससे अनेकों युवाओं को नए रोजगार और नए अवसर मिलेंगे। मैं इसके लिए गरुड़ एयरोस्पेस की टीम को, सारे नौजवान साथियों को बधाई देता हूं।”

मोदी ने कहा कि यह समय देश के युवाओं का है और पिछले कुछ वर्षों में जो सुधार हुए हैं उनसे युवाओं और निजी क्षेत्र को नयी ताकत मिली है। उन्होंने कहा कि बजट में प्रौद्योगिकी और नवाचार को प्राथमिकता दी गयी है। इसका परिणाम कि ड्रोन का विविध इस्तेमाल होने लगा है।(वार्ता) 










संबंधित समाचार