दुनिया रह गयी हैरान जब.. इंदिरा गांधी ने कर दिये पाकिस्तान के दो टुकड़े.. पूरी खबर..
इलाहाबाद में 19 नवम्बर 1917 को जन्मी इंदिरा गांधी को बाद में देश ने आयरन लेडी के नाम से जाना। आयरन इंदिरा के खून में था उनके हर उस निर्णय में था जिसने हमेशा भारत मां के विशाल हृदय के उदारपन को विश्व पटल पर रखा। भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री को आज देश याद कर रहा है। डाइनाइट न्यूज़ की रिपोर्ट..
नई दिल्लीः देशवासियों के लिये आज का दिन बेहद खास है। 19 नवंबर 1917 आज ही के दिन इलाहाबाद में एक ऐसी धरती मां की पुत्री ने जन्म लिया जिसे बाद में देश-दुनिया ने आयरन लेडी का नाम दिया। आज देश भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनके जन्मदिवस पर याद कर रहा है। क्या कांग्रेस क्या बीजेपी इंदिरा देश की वह शख्सियत थी जिसे आज हर पार्टी के छोटे से लेकर बड़े नेता उन्हें याद कर रहे हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और कमला नेहरू की पुत्री इंदिरा गांधी अपनी प्रतिभा और राजनीतिक दृढ़ता के लिये विश्वभर में मशहूर हुई थी।
यह भी पढ़ेंः मोदी ने ट्विटर पर लिखा.. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी जयंती पर नमन
यह भी पढ़ेंः दिग्गज कांग्रेसी पहुंचे इंदिरा गांधी की याद में शक्ति स्थल..
इंदिरा गांधी से जुड़ी वो पांच बातें जिसे लेकर देश को धरती मां की इस बेटी पर है फर्क
यह भी पढ़ें |
तस्वीरों में देखिये इन्दिरा गांधी की शख़्सियत, क्यों कहा जाता है आयरन लेडी
1. 1959 में मात्र 42 साल की उम्र में कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष बनी इंदिरा गांधी साल 1966 में 24 जनवरी को भारत की तीसरी और प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनी इंदिरा गांधी 16 साल तक देश की प्रधानमंत्री रहीं और इस दौरान देशहित में इंदिरा ने कई अहम कड़े निर्णय लिये।
2. 25 जून, 1975 को जब इंदिरा गांदी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी जिसके बाद 21 महीनों तक पूरे भारत में आपातकाल लागू रहा। इस दौरान विपक्ष के सभी बड़े व प्रमुख नेताओं को रातों-रात जेल में डाला गया। इस दौरान प्रेस की स्वतंत्रता पर अंकुश लग गया था। आपातकाल के कारण ही इंदिरा के नेतृत्व पर विपरीत असर पड़ा और 1977 में हुए आम चुनाव में इंदिरा गांधी और कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई।
यह भी पढ़ेंः सबरीमाला विवाद: अभी भी अशांति का आग में जल रहा है केरल
3. प्रधानमंत्री के तौर पर इंदिरा की ताकत को देश-दुनिया ने तब देखा जब 1971 में इंदिरा गांधी ने कड़ा निर्णय लिया। इससे पाकिस्तान में गृहयुद्ध के हालात पैदा हो गये। इंदिरा ने पूर्वी पाकिस्तान(बांग्लादेश) की आजादी की मांग का सर्मथन किया और इससे भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ गया। इस युद्ध में महज 11 दिनों में ही पाकिस्तान ने भारत ने मुंह की खाई और भारत के सामने घुटने टेक दिये। इसके बाद भारत ने स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में बांग्लादेश को मान्यता दे दी।
यह भी पढ़ें |
19 नवंबर: भारत की पहली और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जन्मदिन
4. इंदिरा गांधी ने पंजाब में ऐसा कारनामा किया जिसे आज देश-दुनिया याद कर रही है। इंदिरा ने यहां स्वर्ण मंदिर में 3 जून 1984 को ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया। जिसमें भिंडरावाला और उसके समर्थकों को मार गिराया गया। यह ऑपरेशन एक जून 1984 से 8 जून, 1984 तक चले इस ऑपरेशन में तब सैकड़ों लोग मारे गये थे। इसको लेकर इंदिरा की तब आलोचना भी हुई थी लेकिन अब देश को इस कार्रवाई पर फर्क है।
5. इंदिरा गांधी को 1971 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। ये इंदिरा का ही नेतृत्व था कि तब देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिये उन्होंने कड़े निर्णय लिये। इंदिरा ने 1969 में 14 निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। इसमें खास बात यह रही कि इन बैंकों पर अधिकतर बड़े औद्योगिक घरानों का कब्जा था।