तस्वीरों में देखिये इन्दिरा गांधी की शख़्सियत, क्यों कहा जाता है आयरन लेडी

डीएन ब्यूरो

आज देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 35वीं पुण्यतिथि है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में हम आपको बताने जा रहे हैं कि वो आयरन लेडी के नाम से क्यों मशहूर थी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

इंदिरा गांधी(फाइल फोटो)

आज पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है। पूरे देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। इस मौके पर हम आपको उनके बारे में कुछ ऐसी बाते बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से वो आयरल लेडी के नाम से जानी जाती थी।

इंदिरा गांधी(फाइल फोटो)

देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भारत की आयरन लेडी के नाम से काफी मशहूर हैं। देश में उनकी एक अलग ही पहचान थी। अपने कार्यकाल के दौरान इंदिरा गांधी कभी भी बड़े और अहम फैसले लेने से नहीं डरती थी। उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री कई अहम और साहसिक फैसले लिए। उनके फैसले ने देश को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाया।

इंदिरा गांधी(फाइल फोटो)

उनके ही कार्यकाल के दौरान भारत ने पहली बार अंतरिक्ष में अपना झंडा स्वाक्ड्ड्रन लीडर राकेश शर्मा के रूप में फहराया था।

परमाणु परीक्षण इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान

अमेरिका और दुनिया के बड़े देश 18 मई 1974 के उस दिन को कभी नहीं भूल सकते जब भारत ने राजस्थान के पोखरण में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया था। बता दें कि यह परमाणु परीक्षण भारत को परमाणु शक्ति संपन्नण राष्ट्रर बनाने की तरफ पहला कदम था, जिसे इंदिरा गांधी ने करके दिखाया था।

इंदिरा गांधी

इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने 19 जुलाई, 1969 को 14 निजी बैंकों के राष्ट्रीयकरण को लेकर एक अध्यादेश पारित किया था। इस प्रस्ताव को जब सबके सामने रखा गया तो उसे अस्वीकार कर दिया गया। उस समय मोररजी देसाई देश के वित्त मंत्री थे। इसके बाद 19 जुलाई 1969 को एक अध्यदेश के जरिए 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया साथ ही 1980 में 6 और बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया।।

इंदिरा गांधी(फाइल फोटो)

25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल घोषित था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल की घोषणा कर दी। इंदिरा की राजनीतिक छवि को आपातकाल की वजह से गहरा धक्का लगा। इसी का नतीजा रहा कि 1977 में देश की जनता ने उन्हें नकार दिया, हालांकि कुछ वर्षों बाद ही फिर से सत्ता में उनकी वापसी हुई।

इंदिरा गांधी(फाइल फोटो)

आपातकाल की घोषणा के साथ रजवाड़ों के प्रिवीपर्स समाप्त करना, कांग्रेस सिंडिकेट से विरोध मोल लेना जैसे तमाम कदम इंदिरा गांधी के नेतृत्व मे लिये गये थे।








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