Holi 2024: जानिए कब है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, कैसे करें विधि विधान से पूजा
हिन्दू धर्म में होली के पूर्व दिन मनाई जाती है। इस दिन लोग होलिका का दहन करते हैं, जिसे 'होलिका दहन' कहा जाता है। डाइनामाइट न्यूज़ की इस खास रिपोर्ट में पढ़िए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और पूजा का विधि विधान।
नई दिल्ली: होलिका दहन पूजा हिन्दू धर्म में होली के पूर्व दिन मनाई जाती है। इस दिन लोग होलिका का दहन करते हैं, जिसे 'होलिका दहन' कहा जाता है। यह पूजा भगवान विष्णु और होलिका की पूजा के साथ सम्पन्न होती है। इस उत्सव में लोग धूप, दीप, अगरबत्ती आदि जलाकर पूजा करते हैं और अपने परिवार के साथ होली के उत्सव का आनंद उठाते हैं।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 24 मार्च के दिन देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट तक का ही समय मिलेगा।
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होलिका दहन की पूजा
अगर होलिका दहन की पूजा घर पर की जा रही है, तो पहले स्थान को शुद्ध करें और उसे सजाएं।
पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे हल्दी, कुमकुम, गुड़, धूप, दीपक, नारियल, फूल आदि को तैयार करें।
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एक छोटे से कुएं या गर्माई में होलिका का दहन करें। होलिका के दहन के समय भगवान की आराधना करें और मंत्रो का जप करें। अगर संभव हो तो मंदिर या सामुदायिक स्थल पर मिलकर होलिका के दहन का आयोजन करें।
दहन के बाद लोग मिलकर आपस में गुड़ और फूल फेंकते हैं और एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं देते हैं। इसके बाद इन सभी पूजन सामग्री के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा करें। मिठाइयां और फल चढ़ाएं। होलिका की पूजा के साथ ही भगवान नरसिंह की भी विधि-विधान से पूजा करें और फिर होलिका के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें।