गोरखपुर: सीएम योगी के क्षेत्र में मौजूद NH-29 के इस जर्जर पुल पर लोग मौत के सफर को विवश, देखिये VIDEO

डीएन ब्यूरो

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद से होकर गुजरने वाले NH-29 पर बना ऐतिहासिक महत्व का पुल अब बीतते वक्त से साथ जर्जर और कमजोर हो चुका है, जिस कारण इस पर लगातार हादसे बढ़ते जा रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट



गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सत्ता संभालते ही सबसे पहले राज्य की जर्जर सड़कों को दुरस्त करने की सबसे बड़ी घोषणा की थी, लेकिन उनके ही गृह क्षेत्र में मुख्य राजमार्ग NH-29 पर स्थित ऐतिहासिक महत्व का पुल आज अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, जिससे लगता है कि सीएम योगी के ये दावे उड़ान पुलों की तरह हवा-हवाई हो गये हैं। बीतते वक्त के साथ जर्जर और पुराना हो चुका यह पुल अब सड़क हादसों का बड़ा सबब बन गया है। यह पुल अब तक कई जिंदगियों को लील चुका है लेकिन जिम्मेदार लोगों खामोश हैं। 

गोरखपुर में राजमार्ग NH-29 पसे जुड़ा यह पुल गोरखपुर को मऊ,आज़मगढ़,जौनपुर,और बनारस जैसे प्रमुख जिलों और यूपी के शहरों को जोड़ता है। ऐतिहासिक महत्व के इस पुल का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। लेकिन अब प्राचीन और जर्जर हो चुके इस पुल पर विगत कई सालों से लगातार दुर्घटनाएं हो रही है और पुल पर हादसों का होना आम बात सी हो गयी है। ऐतिहासिक महत्व का यह पुल अब बिल्कुल उबड़-खाबड़ और बेहद कमजोर हो गया है। पुल की फुटपाथ और पट्टियों के टूटने की वजह से उबड़-खाबड़ इस पुल पर हादसे होते रहते हैं।

अफसोसजनक बात यह भी है कि इस पुल की जर्जर स्थित के कारण यहां से गुजरने वाले कई लोग मौत की गहरी नींद सो चुके हैं लेकिन फिर भी प्रशासन खामोश है। पुल पर होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर अफसोस जताने वाले जिम्मेदार अधिकारियों, प्रतिनिधियों और बड़े लोगों के कानों पर जूं तक नही रेंग रहा है। जबकि आये दिन इस मार्ग से होकर आलादर्जे के अधिकारी और जनता के बड़े से बड़े जनप्रतिनिधि गुजरते है। किसी की भी नज़र इस पुल की जर्जर हालत को देख नहीं पाती, लेकिन इसके बावजूद भी उनकी खामोशा आम जनता की समझ से परे है।

डाइनामाइट न्यूज टीम ने जब इस पुल का मुआयना किया और यहां से अक्सर गुजरने वाले लोगों से बातचीत की तो कई भयावह तस्वीरें और बाते सामने आयी। साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पुल की सड़कें और फुटपाथ किस कदर क्षतिग्रस्त हो चुकी है। पिछले साल ऐसे ही कमजोर पट्टियों की वजह से सुबह के समय दौड़ की तैयारी कर रहे 2 युवकों का पैर पुल पर टूटी हुई पट्टियों के बीच पड़ा और वे इस पुल की ऊंचाई से सीधे नीचे  गिरकर मौत के मुंह में समा गये।

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में राहगीरों ने बताया कि वे विवशता के चलते इस पुल पर सफर कर रहे हैं। आये दिन यहां हादसे होते रहते हैं। गुजरते वक्त डर के साथ काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि फुटपाथ सही होता तो पैदल लोग फुटपाथ पर चलते लेकिन पट्टी टूटने की वजह से पैदल वाले लोग भी सड़क पर ही चलते है।

डाइनामाइट न्यूज संवादददाता से बातचीत में लोगों ने इस बात को लेकर बड़ा अफसोस जताया कि सीएम योगी जैसे जमीनी नेता के क्षेत्र से होकर गुजरने वाले इस पुल की जर्जर हालत होना समझ से परे हैं। लोगों ने सीएम योगी से इस पुल की जर्जर स्थिति का जायजा लेने और इसे शीघ्र दुरस्त करने की भी मांग की, ताकि कोई अब और अकाल मौत का शिकार न बने। 










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