गोरखपुर: मेडिकल कॉलेज चिकित्‍सकों को महीनों से नहीं मिला वेतन, शासन बेपरवाह

डीएन ब्यूरो

स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍थाओं में सुधार का दम भरने वाली उत्‍तर प्रदेश सरकार गोरखपुर के राजकीय होम्‍योपैथी मेडिकल कॉलेज के संचालन को लेकर किस तरह लापरवाही बरत रही है। डाइनामाइट न्‍यूज की एक्‍सक्‍लूसिव रिपोर्ट..



गोरखपुर: गोरखपुर के बड़हलगंज-पटना मार्ग पर करोड़ों की लागत से बने राजकीय होम्‍योपैथी मेडिकल कॉलेज में डॉक्‍टरों सहित अन्‍य कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है। करीब एक साल से वेतन नहीं मिलने के कारण यहां नौकरी कर रहे लोगों के लिए रोजमर्रे का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। लेकिन शासन प्रशासन इस ओर ध्‍यान नहीं दे रहा है। 

गौरतलब है कि बसपा शासन में राज्‍यमंत्री रहे राजेश तिवारी के प्रयासों से इस राजकीय होम्‍योपैथी मेडिकल कॉलेज की नींव पड़ी थी। बीते वर्ष इसे शुरू कर दिया गया था जिससे क्षेत्र के लोग होम्‍योपैथ के इलाज का लाभ ले पा रहे हैं। यहां हर रोज 500 से अधिक मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। लेकिन यहां कार्य करने वाले लोगों के वेतन आदि के मिलने का कोई ध्‍यान नहीं रखा जा रहा है। 

'आयुष आपके द्वार' अभियान के तहत कुछ दिनों पहले ही पार्वती महाविद्यालय में एक दिन में लगभग तीन हजार मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श व उपचार दिया गया था। 

चिकत्सिकों और अन्‍य कर्मचारियों ने डाइनामाइट न्‍यूज को बताया बताया करीब पिछले एक वर्ष से वेतन और मानदेय आदि न मिलने के कारण सबको बहुत अधिक परेशानी हो रही है। लेकिन शासन प्रशासन इस ओर कोई ध्‍यान नहीं दे रहा है। वहीं कई लोग वेतन और मानदेय न मिलने के कारण दूसरी जगहों पर काम ढूंढ़ रहे हैं। वहीं कुछ लोग कामकाज छोड़कर दूसरी जगहों पर जा भी चुके हैं।










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