गर्भ संस्कार: आरएसएस से जुडा न्यास गर्भवती महिलाओं को रामायण, गीता पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े एक न्यास ने कहा है कि वह रविवार को ‘गर्भ संस्कार’ अभियान की शुरूआत करेगा जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को भगवत गीता एवं रामायण पढ़ने, मंत्रोच्चार करने और योग आदि के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा ताकि संस्कारी, देशभक्त बच्चे पैदा हों।

गर्भवती महिला (फाइल)
गर्भवती महिला (फाइल)


नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े एक न्यास ने कहा है कि वह रविवार को ‘गर्भ संस्कार’ अभियान की शुरूआत करेगा जिसके तहत गर्भवती महिलाओं को भगवत गीता एवं रामायण पढ़ने, मंत्रोच्चार करने और योग आदि के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा ताकि संस्कारी, देशभक्त बच्चे पैदा हों।

संवर्द्धनी न्यास के एक पदाधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि गर्भावस्था के संबंध में समग्र और वैज्ञानिक रूख के साथ गर्भ संस्कार कार्यक्रम तैयार किया गया है जिसमें गर्भधारण से लेकर बच्चों के जन्म तक गर्भ में शिशुओं को संस्कृति एवं मूल्यों की सीख देने की दृष्टि है।

उन्होंने, ‘‘ यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक कि बच्चा दो वर्ष का नहीं हो जाए।’’

आरएसएस की महिला शाखा राष्ट्र सेविका समिति से जुड़ी संवर्द्धनी न्यास के साथ डाक्टरों का दल इस कार्यक्रम को देशभर में लागू करेगा।

उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य के लिए हमने देश को पांच क्षेत्रों में बांटा है और हर क्षेत्र में 10 डाक्टरों का दल होगा जो इस कार्यक्रम को लागू करेगा।’’

उन्होंने बताया कि तेलंगाना की राज्यपाल टी सौदर्यराजन एवं अन्य गणमान्य अतिथि इस कार्यक्रम की शुरूआत के दौरान मौजूद रहेंगे।

 










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