Ganesh Chaturthi 2022: गणपति बप्पा के सूंड का रखें ध्यान, घर में गजानन को लाने से पहले जानिये वास्तु से जुड़ी ये खास बातें

डीएन ब्यूरो

गणेश चतुर्थी पर यदि हम गणेश जी की मूर्ति लाने की सोच रहे हैं तो वास्तु के अनुसार आपको कुछ बातों का धयान रखना चाहिए। घर में गजानन को लाने से पहले डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जाने वास्तु जुड़ी कुछ खास बातें

फाइल फोटो
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नई दिल्ली: गणेश चतुर्थी पर यदि हम गणेश जी की को अपने घर पर लाने का सोच रहे हैं तो वास्तु के अनुसार कुछ बातों का हमें ध्यान रखना होता है, जिससे हमारे घर में धन, बल, बुद्धि, जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की हानि नहीं होती है और घर में खुशहाली आती है।

घर में बैठे हुए गणेशजी की मूर्ति रखना बहुत शुभ माना जाता है। यदि हो सके तो चांदी की मूर्ति हमेशा के लिये घर पर रखें। गणेशजी की मिट्टी की बनी हुई प्रतिमा शुभ फलदायी मानी जाती है। गणेश जी की सवारी मूसक और उनका भोग मोदक साथ में जरूर रखना होता है।

बप्पा के सूंड का रखे ध्यान 

आप जब भी भगवान गणेश की प्रतिमा घर लाएं तो उनके सूंड का ध्यान जरूर रखें। बप्पा का सूंड हमेशा बाईं ओर होना चाहिए। अगर आप घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं तो हमेशा बाईं ओर सूंड वाले यानी वक्रतुंड गणेशजी की मूर्ति रखें। 

घर में सफेद गणेश की मूर्ति से होता है ये लाभ

जीवन में सुख, शांति और समृद्धि चाहने वाले लोगों को घर में सफेद गणेश की मूर्ति रखनी चाहिए। सफेद गणेश की फोटो चिपकाना भी उतना ही लाभदायक होगा। इसी तरह, आत्म-विकास की इच्छा रखने वालों को घर में सिंदूर के रंग के गणेश जी लाना चाहिए। वास्तु के अनुसार इसे शुभ माना जाता है।

इस दिशा में करे मूर्ति स्थापित

गणेश जी को स्थापित करने के लिए पश्चिम, उत्तर और उत्तर-पूर्व दिशाएं एकदम सही हैं। मूर्ति का मुख उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए, क्योंकि यहीं पर भगवान शिव का वास होता है और इसे बहुत शुभ माना जाता है।

पूजा वाली जगह पर नहीं होना चाहिए कूड़ा-करकट

गजानन की पूजा करने से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है। नियमित रूप से गणेश पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सफलता मिलती है। भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आ रही सभी दिक्कतें और विपत्तियां दूर हो जाती हैं। पूजा वाली जगह पर कूड़ा-करकट नहीं होना चाहिए। पूजा की जगह भी साफ़ होनी चाहिए।

इस प्रकार हम कुछ वास्तु उपाय से गणेश जी के विशेष रूप से शुभ और मंगल के आशीर्वाद  का वरदान प्राप्त कर सकते हैं।










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