ढांगरी हत्यकांड: पुंछ में एनआईए का एक्शन, कई संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैयबा के एक हमले के संबंध में शनिवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में कई संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

पुंछ में एनआईए का एक्शन
पुंछ में एनआईए का एक्शन


जम्मू: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने लश्कर-ए-तैयबा के एक हमले के संबंध में शनिवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में कई संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि जांच एजेंसी ने दो गिरफ्तार आरोपियों के खुलासे पर पुंछ में मेंढर तहसील के गुरसाई गांव में पांच स्थानों पर छापेमारी की। एजेंसी ने निसार अहमद उर्फ हाजी निसार और मुश्ताक हुसैन को 31 अगस्त को गिरफ्तार किया था। वे वर्तमान में केंद्रीय जेल, कोट भलवाल, जम्मू में बंद हैं।

एक जनवरी को ढांगरी गांव में नागरिकों पर आतंकियों की गोलीबारी में पांच लोगों की मौत हो गई। अगले दिन आतंकवादियों द्वारा रखे गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में विस्फोट होने से दो लोगों की मौत हो गई।

प्रवक्ता ने कहा कि एनआईए की टीम ने उन स्थानों पर व्यापक तलाशी ली, जिन्हें आरोपियों ने प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े आतंकियों के आवासीय परिसर के रूप में बताया था।

प्रवक्ता ने कहा कि छापेमारी में कई डिजिटल उपकरणों और दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया और साजिश का खुलासा करने के लिए उनकी जांच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि अब तक की जांच से पता चला है कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को पनाह दी थी। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आरोपियों ने आतंकवादियों को दो महीने से अधिक समय तक कई तरह की सहायता प्रदान की और उन्हें अपने द्वारा बनाए गए ठिकाने में आश्रय दिया।’’

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जांच के अनुसार, दोनों आरोपी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के आकाओं सैफुल्ला उर्फ साजिद जट, अबू कताल उर्फ कताल सिंधी और मोहम्मद कासिम के निर्देश पर काम कर रहे थे।’’










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