देवरिया फायरिंग: ग्रामीणों का ऐलान, सीएम के आने पर ही होगा मृतकों का अंतिम संस्कार
पेट्रोल पंप की जमीन को लेकर सरोरा गांव में मन्दिर के निकट हुई गोलीबारी से ग्रामीण अब भी सदमे और गुस्से में है। ग्रामीण तीनों मृत युवकों के शव को बर्फ की सिल्ली पर तब तक रखने की बात कर रहे है, जब तक सीएम योगी वहां नहीं आते।
देवरिया: पेट्रोल पंप की जमीन को लेकर हुए नरसंहार के दो दिन बाद भी ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। इस फायरिंग में मारे गये तीनों युवकों के शव को 30 घंटे बाद पोस्टमार्टम के पश्चात ग्रामीणों को सौंपा गया लेकिन ग्रामीण मृतकों का अंतिम संस्कार करने को राजी नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां नहीं आयेंगे तब तक वो अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
यह भी पढ़ें |
हिंसा प्रभावित मणिपुर में गोलीबारी में नौ और लोग घायल
सरोरा गांव में मन्दिर के निकट हुई गोलीबारी से ग्रामीण अब भी सदमे और गुस्से में है। ग्रामीण तीनों मृत युवकों के शव को बर्फ की सिल्ली पर तब तक रखने की बात कर रहे है, जब तक सीएम योगी नहीं आते। उनका कहना है कि योगी के न आने तक वह दाह संस्कार नहीं करेंगे। पोस्टमार्टम के बाद कल रात 8 बजे से ही गांव वाले शांतिपूर्ण विरोध कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें |
देवरिया: भीषण बाढ़ से जनजीवन फिर अस्त-व्यस्त
ग्रामीणों की मांग है कि सरकार मृतक आश्रितों को 50-50 लाख, सरकारी नौकरी तथा घायलों को 10-10 लाख रुपये दे। इस घटना में मृतक रामप्रवेश राजभर की पत्नी पम्मी को गर्भवती है। उसकी स्थिति अत्यंत दयनीय है और वो पैर से भी विकलांग है। ग्रामीणों की मांग है कि उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर दिया जाये और सरकार द्वारा उसके परिवार की परवरिश की जाये।