देवरिया: भीषण बाढ़ से जनजीवन फिर अस्त-व्यस्त
देवरिया में भीषण बाढ़ से कई सम्पर्क मार्ग जलमग्न होने या टूट जाने के कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
देवरिया: जिले के रुद्रपुर तहसील क्षेत्र में आयी भीषण बाढ़ से यहां का जनजीवन फिर एक अस्त-व्यस्त हो गया है। कई सम्पर्क मार्ग जलमग्न होने या टूट जाने के कारण ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पचलड़ी खोपा के बीच भगड़ा नाले पर बने पुल के दोनों तरफ के एप्रोच कट चुके हैं, जिसके कारण लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नाव के सहारे अपने दो पहिया वाहनों के साथ खुद रास्ता पार कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें: देवरिया: बाढ़ से घिरा जन-जीवन, NDRF के राहत कार्य जोरों पर
यह भी पढ़ें: देवरिया और गोरखपुर के 106 गांवों पर बाढ़ का संकट
नाव का सहारा
भीषण बाढ़ से रुद्र्पुर से पचलड़ी होते हुए खोपा गजपुर कौड़ीराम, गोरखपुर की ओर जाने वाले लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। खोपा के पास एक पुलिया के पास सड़क कट गयी है, यहां भी लोग नाव के सहारे ही रास्ता पार किया कर रहे हैं।
सम्पर्क मार्गों को जगह-जगह से काट दिया
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के मुताबिक खेतों में भरे पानी को निकालने के लिये ग्रामीणों ने सम्पर्क मार्गों को जगह-जगह से काट दिया है, जिससे वहां से गुजरने वाले दो पहिया वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। पीडब्ल्यूडी द्वारा बेलवा के पास कटे हुए सड़क पर ईंट-मिट्टी डालकर आवागमन को सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: देवरिया में बाढ़ का संकट बढ़ा, हजारों एकड़ फसल जलमग्न
डाइनामाइट न्यूज़ ने कुछ लोगों से बात करने पर पाया कि कछार की जिंदगी धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है, लेकिन पीने के पानी की भारी समस्या है।
यह भी पढ़ें: देवरिया: जमींदारी बांध कटने से दर्जनों गांव खतरे में, हजारों एकड़ फसल जलमग्न
राहत सामग्री से वंचित
ग्रामीणों ने बताया कि सरकार द्वारा राहत सामग्री तो पर्याप्त भेजी जा रही है परंतु बहुत से ऐसे भी बाढ़ पीड़ित है, जो पहले किसी अन्य गांव में रहते थे लेकिन यहां आकर वे राहत सामग्री से वंचित हो गये हैं क्योंकि उनके पास अपनी पहचान साबित करने के लिये कोई दस्तावेज जैसे वोटर कार्ड, आधार आदि नहीं है।