मानसून सत्र के पहले दिन संसद में जोरदार हंगामा, कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के 12 सांसद राज्यसभा से निलंबित

डीएन ब्यूरो

संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन भले तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का विधेयक पास कर दिया गया हो लेकिन संसद में जोरदार हंगामे के चलते कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के 12 सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया। पूरी रिपोर्ट

शिवसेना की निलंबित सांसद प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- असंसदीय व्यहार
शिवसेना की निलंबित सांसद प्रियंका चतुर्वेदी बोलीं- असंसदीय व्यहार


नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लोक सभा और राज्य सभा से कृषि कानून निरस्त बिल को भले ही पास कर दिया गया हो लेकिन संसद में भारी हंगामे की कीमत कुछ सांसदों को निलंबन के साथ चुकानी पड़ा। संसद हंगामे को लेकर बड़ा एक्शन हुआ है। कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के 12 सांसदों को राज्यसभा के लिए पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है।

निलंबित किये गये ये सभी 12 सांसद अब राज्यसभा की मानसून सत्र की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे। 

राज्यसभा से जिन 12 सांसदों को शीतकालीन सत्र के लिये निलंबित किया गया है, उनमें कांग्रेस के 6, शिवसेना के 2 तृणमूल कांग्रेस के 2 सांसद, सीपीएम और सीपीआई के 1-1सांसद शामिल हैं। मानसून सत्र में दुर्व्यवहार के कारण इनको निलंबित किया गया। 

राज्य सभा से निलंबित 12 में एक शिवा सेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने निलंबन की इस कार्यवाही को असंसदीय व्यवहार बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में सबका निर्णय एक तरफ और सरकार का फैसला एकतरफा वाला है। उन्होंने सरकार से पूछा कि यह किस तरह का असंसदीय व्यवहार है? यदि आप सीसीटीवी फुटेजे देखेंगे तो पाएंगे कि मेल मार्शल किस तरह से महिला सांसदों को धक्कामुक्की कर बाहर निकाल रहे थे। 










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