दिल्ली में महाबंद: सीलिंग के विरोध में सड़कों पर उतरे सैकड़ों कारोबारी, बाजारों में सन्नाटा
डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में दिल्ली व्यापार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अघ्यक्ष प्रवीण खंड़ेलवाल ने कहा कि सरकार को कानून बना कर सीलिंग को रोकना चाहिये। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने नोटबंदी के समय सरकार का समर्थन किया, जीएसटी की भी मार झेली। लेकिन अब सरकार को व्यापारियों के बचाना चाहिये।
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में चल रही सीलिंग के खिलाफ आज सैकड़ों कारोबारियों का गुस्सा सड़कों पर देखना को मिला। सीलिंग के विरोध में व्यापारिक प्रतिष्ठानों और दुकानो को बंद कर कारोबारियों ने कई जगहों पर प्रदर्शन किया और करकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कारोबारियों ने दो दिनों तक विरोध-प्रदर्शन करने के ऐलान किया है, जिसका आज पहला दिन था।
विरोध-प्रदर्शन के पहले दिन आज राजधानी दिल्ली की तकरीबन 7 लाख दुकाने बंद रही। कनॉट प्लेस, करोल बाग, हौजखास, चांदनी चौक, कमला नगर, खान मार्केट, डिफेंस कॉलोनी, राजौरी गार्डन, ग्रीन पार्क, तिलक नगर, गांधी नगर समेत कई बड़े मार्केटों में बंद का बड़ा असर देखा गया।
दिल्ली व्यापार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अघ्यक्ष प्रवीण खंड़ेलवाल की अगुवाई में व्यापारियों ने करोल बाग में जबरदस्त प्रदर्शन किया। इस मौके पर मौजूद व्यापारियों ने दिल्ली व केन्द्र सरकार के खिलाफ जोर जमकर नारेबाजी की और सीलिंग को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया।
डाइनामाइट न्यूज से प्रदर्शन के दौरान दिल्ली व्यापार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अघ्यक्ष प्रवीण खंड़ेलवाल ने कहा कि सरकार को कानून बना कर सिंलिग को रोकना चाहिये। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने नोटबंदी के समय सरकार का समर्थन किया। व्यापारियों ने जीएसटी की भी मार झेली। लेकिन अब सरकार को आगे आकर व्यापारियों के बचाना चाहिये। उन्होंने कहा कि राजनितिक पार्टियां हमको इस्तेमाल न करें और हमारे कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति न हो।