Uttarakhand Landslide: लक्ष्मणझूला क्षेत्र में भारी भूस्खलन, पांच लोग लापता, रेसक्यू ऑपरेशन जारी, जानिये पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में सोमवार को भूस्खलन होने के बाद चार से पांच व्यक्तियों के लापता होने की खबर है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

लक्ष्मणझूला क्षेत्र में भूस्खलन (फाइल फोटो)
लक्ष्मणझूला क्षेत्र में भूस्खलन (फाइल फोटो)


देहरादून: उत्तराखंड के पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में सोमवार को भूस्खलन होने के बाद चार से पांच व्यक्तियों के लापता होने की खबर है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने दूरभाष पर बताया कि भारी बारिश के कारण एक रिजॉर्ट पर भूस्खलन का मलबा गिर गया जिससे उसके नीचे चार-पांच व्यक्ति दब गए हैं ।

उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही बचाव एवं राहत दल मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है ।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पौड़ी में अतिवृष्टि के कारण कई लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है जो अत्यंत दुखद है । ।

एक टवीट में धामी ने कहा कि प्रदेश में हो रही भारी बारिश के संबंध में उन्होंने एक उच्चस्तरीय बैठक की तथा अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों एवं वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की।

उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने भारी बारिश के दृष्टिगत सभी अधिकारियों, राज्य आपदा प्रतिवादन बल (राज्य आपदा प्रतिवादन बल) की टीमों एवं राहत एवं बचाव में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए ।

धामी ने कहा कि प्रदेश में अत्यधिक वर्षा से उत्पन्न हर परिस्थिति की वह स्वयं निगरानी कर रहे हैं ।

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों— देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उधमसिंह नगर, नैनीताल और चंपावत में सोमवार के लिए बारिश का रेड अलर्ट तथा हरिद्वार में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है ।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम की चेतावनी के लिए चार ‘रंगों के कोड’ का उपयोग करता है, जिसमें ‘हरा’ (कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं), ‘पीला’ (देखें और तत्पर रहें), ‘नारंगी’ (तैयार रहें) और ‘लाल’ (कार्रवाई करें) शामिल हैं। स्थिति के अनुसार, इन रंगों के अलर्ट जारी किए जाते हैं। ये अलर्ट ‘ग्रीन अलर्ट’, ‘येलो अलर्ट’, ‘ऑरेंज अलर्ट’ और ‘रेड अलर्ट’ होते हैं।










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