Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 25 मौतें, 200 पर्यटक बचाये गये, नदियों में ऊफान

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के कई कई में क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में हुई लगातार बारिश, बादल फंटने और अचानक आई बाढ़ ने बारी तबाही मचाई है। घटना के बाद अब तक 25 लोगों की मौत की खबरें हैं। 200 से अधिक पर्यटकों को बचा लिया गया है। पूरी रिपोर्ट

भारी बारिश से जलप्रलय का दृश्य
भारी बारिश से जलप्रलय का दृश्य


देहरादून/नैनीताल: उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद एक फिर बड़ी तबाही का मंजर सामने आया है। उत्तराखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश के साथ बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक 25 लोगों की मौत की खबर है। इनमें से 15 मौतें अकेले नैनीताल में हुई है। इस आपदा के बीच नैनीताल के रामनगर स्थित लेमन ट्री रिजॉर्ट से फंसे 200 पर्यटकों को सुरक्षित बचाया गया है। इससे पहले चारधाम यात्रा के लिये गये यात्रियों को प्रशासन ने सुबह ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन को राहत कार्यों में तेजी के लिये जरूरी निर्देश दिये। हवाई सर्वेक्षण के दौरान बाद में उन्होंने रुद्रप्रयाग पहुंचकर नुकसान के आकलन की समीक्षा भी की। यहां केदारनाथ यात्रा पर गये कुछ लोगों के फंसे होने की सूचना थी।

उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्र में पिछले 48 घंटों में भारी बारिश हुई है। कई नदियां अब भी ऊफान पर हैं। रामनगर में कई ग्रामीण नदी के बीचों बीच फंसे हुए थे। सभी गांव वालों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। रामनगर में आर्मी के हेलिकॉप्टर की मदद से सुंदरखाल गांव में फंसे दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। 

एसएसपी अल्मोड़ा पंकज भट्ट स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं. लेमन ट्री रिजॉर्ट  नैनीताल-अल्मोड़ा सीमा पर नैनीताल की ओर स्थित है। 

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को उत्तराखंड के ताजा हालातों के बारे में जानकारी दे दी है। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर घर, पुल टूटे हैं. बचाव कार्यों के लिए हेलिकॉप्टर्स को तैनात किया गया है। प्रबावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है। 










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