Karnataka Floods: भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन से 9 की मौत, सैकड़ों लोग बचाये गये, सेना का रेसक्यू ऑपरेशन जारी

डीएन संवाददाता

महाराष्ट्र और बिहार के बाद अब कर्नाटक में भी भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन का कहर देखने को मिल रहा है। भूस्खलन और बाढ़ के चलते अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। कुछ लोग लापता है। सेना का रेसक्यू ऑपरेशन जारी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

राहत और बचाव कार्यों में जुटी सेना
राहत और बचाव कार्यों में जुटी सेना


नई दिल्ली: भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र और बिहार के बाद अब कर्नाटक को भी बाढ ने अपनी चपेट में ले लिया है। भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के कारण कर्नाटक में अब तक 9 लोगों की मौत हो गई है। सेना और सुरक्षा बलों द्वारा अब तक 200 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। अलग-अलग स्थानों पर कुछ लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं। नेवी, आर्मी, एनडीआरएफ की टीमों द्वारा रेसक्यू अभियान चलाया जा रहा है।

मूसलाधार बारिश के कारण कर्नाटक के कई तटीय इलाकों, मलनाड और अंदरूनी क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है और कई क्षेत्रों में भूस्खलन भी हुए हैं। निचले इलाकों से 31,360 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है जबकि 22,417 लोग सरकार की तरफ से खोले गए 237 राहत शिविरों में रह रहे हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक 45 तालुका के 283 गांवों में भारी बारिश से 36,498 लोग प्रभावित हुए हैं। 22 जुलाई से हुई मौतों में से उत्तर कन्नड़ जिले में चार, बेलगावी में दो और चिकमंलुरू, धारवाड़ तथा कोडागु में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

 उत्तर कन्नड़ में सात स्थानों पर, चिकमंगलुरू में चार, कोडागु में तीन और शिवमोगा और हासन जिलों में एक-एक स्थान पर भूस्खलन हुए हैं. बारिश से हुई घटनाओं में 2600 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और 78 पशुओं की मौत हुई है। 

कर्नाटक में बाढ़ और भूस्खलन के कहर को देखते हुए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कल शनिवार को प्रभावित जिलों के उपायुक्तों, प्रभारी मंत्रियों से बात की और उनसे अपने संबंधित जिलों में रहने और राहत एवं बचाव अभियानों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। राहत और बचाव कार्य आज दूसरे दिन रविवार को भी जारी है।










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