Crime in UP: फर्जी तरीके से नौकरी की परीक्षाओं में लोगों को पास कराने वाले गैंग का पर्दाफाश, 3 गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश के वाराणसी से यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस ने 3 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो पैसे लेकर फर्जी तरीके से लोगों को नौकरी की परीक्षाओं में पास करवाने का काम करते थे। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर



वाराणसी: यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो पैसे लेकर फर्जी तरीके से लोगों को नौकरी की परीक्षाओं में पास करवाने का काम करते थे। पुलिस ने इस गैंग के 3 सदस्यों को वाराणसी से गिरफ्तार किया है। ये गैंग एसएससी (जीडी) की आनलाईन परीक्षा में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उनकी जगह पर किसी और से अनुचित तरीके से परीक्षा दिलाते थे। 

गिरफ्तार हुए आरोपियों की अजीत कुमार निवासी (सॉल्वर), नालन्दा, बिहार; सौरभ कुमार यादव निवासी जमुई, बिहार और शम्भु कुमार सरोज निवासी प्रयागराज, यूपी (गैंग मेंबर) के रूप में हुई हैं।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को आरोपियों के पास से एक फर्जी प्रवेश पत्र, 2 मोबाइल फोन, 2 फर्जी आधार कार्ड और 1160 रूपए कैश बरामद हुआ है। 

उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों में 10 फरवरी को कुल 61 परीक्षा केन्द्रों में एसएससी (जीडी कान्सटेबल) परीक्षा-2022 आयोजित है। इस परीक्षा को शुचितापूर्ण, पारदर्शी, नकल विहीन तरीके से कराये जाने के लिए यूपी एसटीएफ विभिन्न टीमों को निर्देश दिया गया था। वहीं इस बीच यूपी एसटीएफ सूचना मिली की एक गैंग द्वारा परीक्षा में साल्वर बैठाने का काम किया जा रहा है। जानकारी मिलते ही एसटीएफ टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुंचकर साल्वर अजीत कुमार को परीक्षा केन्द्र के अन्दर से एवं इसी परीक्षा केन्द्र के बाहर से सौरभ कुमार यादव, शम्भु कुमार सरोज उपरोक्त को गिरफ्तार किया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई। 

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि वह जनपद प्रयागराज निवासी दिलीप कुमार उर्फ डी0के0 व सलमान के कहने पर उपरोक्त दोनों साल्वर अजीत कुमार के सम्पर्क आए और मूल अभ्यर्थियों से प्रवेश पत्र, आधार कार्ड तथा फोटो लेकर उसकी जगह पर परीक्षा देने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने आगे बताया कि वो अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर साल्वरों को प्रति परीक्षा 20 हजार रूपये दिया जाता है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना लालपुर, वाराणसी में मु0अ0सं0 28/2023 धारा 419/420/467/468, 471/120बी, भादवि व धारा 6/10 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। आगे की कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।










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