Crime in Delhi: पुलिस ने किया कार चोर गैंग का भंडाफोड़, बरादम हुई VVIP कार

डीएन ब्यूरो

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है। जो बड़ी-बड़ी VVIP कार को चुराने का काम करते थे। पढ़िए पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी


नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पुलिस ने एक बड़े कार चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के दो लोगों को गिरफ्तार किया है।  दिल्ली पुलिस को इस गैंग के पास से गृह मंत्रालय की स्टीकर लगीं हुई चोरी की एक सेंट्रो कार भी मिली की है। पुलिस को इस कार की तलाश पिछले कई दिनों से थी। इसके अलावा पुलिस ने इन आरोपियों के पास से कारतूस और दो पिस्टल भी बरामद किए हैं।

इस मामले की शुरुआत 17 जनवरी को हुई। जब सोनीपत के रहने वाले राजेंद्र सिंह ने पुलिस में अपने सैंट्रो कार की चोरी शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी सैंट्रो कार हैमिल्टन रोड कश्मीरी गेट से चोरी हो गई है।  राजेंद्र सिंह की शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर ली और मामले की जांच शुरू कर दी। 

कुछ दिन बाद फिर 20 जनवरी को एक और सैंट्रो कार की चोरी हुई और उसकी शिकायत दर्ज की गई। इस कार पर गृह मंत्रालय का स्टीकर लगा हुआ था। इस कार के  चोरी होने के बाद से ही दिल्ली पुलिस की रातों की नींद उड़ गई। इसके बाद DSP ने इस केस के लिए कई होशियार अधिकारियों की टीम को काम पर लगा दिया।   

दिल्ली पुलिस ने जांच की शुरुआत CCTV से फुटेज की।  फुटेज के जरिए पुलिस को पता चला कि चोर कौन सी कार लेकर चोरी करने आए थे, और उस कार नंबर क्या है। जांच में पता चला कि वो कार नंबर खजूरी खास इलाके का था। पुलिस ने उस पते पर छापा मारा लेकिन यहां उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा। 

इस मामले के जांच के दौरान पुलिस को ये पता चल गया कि चोरी करने वाले आरोपी खजूरी खास से ताल्लुक रखते हैं। इसके बाद पुलिस ने प्लान बना कर पूरे इलाके में जबरदस्त निगरानी रखी शुरू कर दी। 

लगातार 12 दिन मेहनत करने बाद पुलिस को युधिष्ठिर सेतु के पास सैंट्रो कार नजर आई। ये वहीं थी जिसे चोरी में इस्तेमाल किया गया था। मौका पाते ही पुलिस ने कार को चारों तरफ से घेर लिया और कार में बैठे तैयब और सलमान नाम के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से एक बरामद हुई, जो उन्होंने साहिबाबाद से चोरी की थी। 
 
पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने कार चोरी करने के आरोप को स्वीकार किया। आरोपियों ने बताया कि वे चोरी की गई कारों को मुरादाबाद और मेरठ में बेचते थे। चोरी की कार बरामद करने के लिए के लिए पुलिस की चार टीम मुरादाबाद भेज दी गई है। जहां घटों मेहनत करने के बाद पुलिस को गृह मंत्रालय का स्टीकर लगी हुई कार मिली।


 










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