सबसे बड़ी खबर: किसान नेताओं और यूपी पुलिस के बीच बनी सहमति, सरकार का संकट टला, ये लिये गये निर्णय
यूपी के लखीमपुर खीरी में कल हुई हिंसा के बाद और सियासी उबाल के बीच किसान नेताओं और यूपी सरकार के बीच सहमति हन गई है। सरकार का संकट टलता जा रहा है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
लखनऊ: यूपी के लखीमपुर खीरी में कल हुई हिंसा के बाद देश में सियासी उबाल चरम पर है लेकिन इन सबके बीच यूपी की योगी सरकार मामले को मैनेज करने में सफल होती दिख रही है।
सबसे बड़ी खबर: किसान नेताओं और यूपी सरकार के बीच बनी सहमति, सरकार का संकट टला, हर मृतक को 45 लाख मुआवजा, हर घायल को दस लाख, न्यायिक जांच व सरकारी नौकरी की मांगें यूपी सरकार ने मानी, राकेश टिकैत यूपी सरकार के अपर मुख्य सचिव औऱ एडीजी के साथ हुई प्रेस वार्ता में मौजूद @DynamiteNews_
— Manoj Tibrewal Aakash (@Manoj_Tibrewal) October 4, 2021
सरकार ने अब इस घटना के बाद किसानों के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेस की, जिसमें हिसां मारे गये और घायल लोगों के लिये मुआवजे के साथ सरकारी नौकरी समेत कुछ बड़ी घोषणाएं की हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत, अपर मुख्य सचिव देवेश चतुर्वेदी और एडीजी प्रशांत कुमार ने मिलकर संयुक्त प्रेस वार्ता की है।
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प्रशांत कुमार, एडीजी (क़ानून-व्यवस्था), उत्तर प्रदेश ने किसान नेता राकेश टिकैत के साथ सरकार के निर्णयों की घोषणा करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में मारे गए 4 किसानों के परिवारों को सरकार 45 लाख रुपये और एक सरकारी नौकरी देगी। इसके साथ ही सरकार ने इस घटना में घायलों को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
एडीजी प्रशांत कुमार ने किसानों के साथ मिलकर कांफ्रेस में कहा कि किसानों की शिकायत के आधार पर इस घटना में पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज़ की जाएगी और हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे। प्रशांत कुमार ने कहा क़ोई भी अपराधी बख्शा नहीं जायेगा।