आगरा में भी खतरे के निशान पर पहुंची यमुना नदी, आम जनता और किसानों की बढ़ी मुश्किलें

डीएन संवाददाता

मथुरा की ओर से भी भारी मात्रा में यमुना नदी में पानी छोड़े जाने से यमुना नदी आगरा में भी खतरे के निशान के आस-पास जा पहुंची है। यमुना का जलस्तर बढ़ने से स्थानीय लोगों समेत किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छा गयीं हैं। पूरी खबर..

फाइल फोटो
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आगरा: लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के साथ-साथ अब मथुरा की ओर से भी भारी मात्रा में यमुना नदी में पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण यमुना नदी भी आगरा में खतरे के निशान के आस-पास जा पहुंची है। यमुना में बढ़ रहे जलस्तर ने फतेहाबाद रोड यमुना के किनारे रहने वाले किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। 

यमुना का जलस्तर बढ़ने से स्थानीय लोगों समेत किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें जरूर खींच गई हैं। लगातार यमुना नदी में बढ़ रहे जल स्तर को लेकर फतेहाबाद और उसके आसपास के कई गांव जो नदी किनारे हैं वह खाली होना शुरू हो गए हैं। बुधवार को यमुना नदी के बड़ते जलस्तर के चलते किसान दूसरे स्थानों पर जाने लगे हैं।

यमुना नदी में पिछले चार-पांच दिनों में मथुरा बांध से काफी पानी छोड़ा जा चुका है और बारिश भी लगातार हो रही है जिससे किसान मुश्किल में पड़ गए है। किसानों का कहना है कि वो पहले से ही बर्बाद है लेकिन अब यमुना का बढ़ता जलस्तर भी उनके लिए परेशानी का सबब बन गया है।

जिला प्रशासन का कहना है कि उन्होंने यमुना के बढ़ते जलस्तर से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है। यमुना किनारे चौकीयां बना दी गयी है और अधिकारियों को तैनात कर दिया है जिससे किसी तरह की आपदा से निपटा जा सके। 
 










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