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फर्जी बैंक खाते और सिम, Mumbai Crime Branch ने किया साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

साइबर ठगी के खिलाफ मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी बैंक खातों और सिम के माध्यम से ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस को सूचना मिली थी मुंबई के विभिन्न बैंकों में खोले गए नए बचत खातों / चालू खातों के पासबुक, चेकबुक, ई-मेल खाते और उनके पासवर्ड, सिम कार्ड कूरियर और हाथों से लाए जाते हैं, उन बैंक खातों को वहां सक्रिय किया जाता है और साइबर धोखाधड़ी और ऑनलाइन धोखाधड़ी में उपयोग के लिए आगे भेजा जाता है।
Post Published By: Rohit Goyal
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फर्जी बैंक खाते और सिम, Mumbai Crime Branch ने किया साइबर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

Mumbai: साइबर ठगी के खिलाफ मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी बैंक खातों और सिम के माध्यम से ठगी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। डी.जी. सर्च कंसल्टेंसी और प्रिरिट लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड में पुलिस को सूचना मिली थी मुंबई के विभिन्न बैंकों में खोले गए नए बचत खातों / चालू खातों के पासबुक, चेकबुक, ई-मेल खाते और उनके पासवर्ड, सिम कार्ड कूरियर और हाथों से लाए जाते हैं, उन बैंक खातों को वहां सक्रिय किया जाता है और साइबर धोखाधड़ी और ऑनलाइन धोखाधड़ी में उपयोग के लिए आगे भेजा जाता है।

पुलिस टीम ने डी. जी. सर्ज कंसल्टेंसी एवं प्रिरिट लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के दोनों ठिकानों पर छापा मारा और आरोपी 1) वैभव पटेल, 2) सुनील कुमार पासवान, 3) अमन कुमार गौतम, 4) खुशबू संदराजुला, 5) रितेश बंदकर को पकड़ा। उस समय उनके कब्जे से 02 लैपटॉप, 01 प्रिंटर, 25 मोबाइल फोन, विभिन्न बैंकों की 25 पासबुक, 30 चेकबुक, 46 एटीएम कार्ड, स्वाइप मशीन और विभिन्न कंपनियों के 104 मोबाइल सिम कार्ड पाए गए। जब ​​आरोपी की जांच की गई तो पता चला कि वह उक्त बैंक डिटेल्स 7 से 8 हजार में खरीदता है।

इस स्थान पर उक्त बैंक डिटेल्स को लॉग इन करने और एक्टिवेट करने के बाद उन्हें साइबर धोखाधड़ी और ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए अग्रेषित किया जाता है, इसलिए उसके खिलाफ जीपीएसए, जीआर नंबर के तहत मामला दर्ज किया गया है। 67/2025, (समतानगर पुलिस स्टेशन, 694/2025), धारा 318 (4), 3 (5) आईपीसी 2023 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। आगामी जाँच में अब तक कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

साथ ही, जब लैपटॉप में जानकारी का तकनीकी विश्लेषण किया गया, तो पता चला कि कुल 943 बैंक खातों का उपयोग किया गया था, जिनमें से 181 बैंक खातों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी के लिए किया गया था। साथ ही, साइबर कंट्रोल रूम, हेल्पलाइन नंबर 1930 पर डिजिटल गिरफ्तारी, ऑनलाइन शॉपिंग, शेयर ट्रेडिंग आदि के संदर्भ में धोखाधड़ी के संबंध में कुल 339 शिकायतें प्राप्त हुईं, उल्लिखित खातों में से, मुंबई में 16 में से 14 शिकायतें दर्ज की गई हैं, महाराष्ट्र में 46 शिकायतों में से 12 दर्ज की गई हैं, और अन्य राज्यों में 277 शिकायतों में से 33 दर्ज की गई हैं, और शेष शिकायतों के संबंध में मामले दर्ज किए जा रहे हैं। यह पाया गया है कि मुंबई में शिकायतकर्ताओं को रु। 1,67,44,949/- और शेष महाराष्ट्र को रु। उक्त बैंक खाते से 60,82,75,026/- रुपये की निकासी की गई।

 

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