Roorkee: उत्तराखंड के रुड़की के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में एक दो वर्षीय मासूम बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस रहस्यमयी मौत के पीछे हत्या की आशंका जताई जा रही है। मामला तब और गंभीर हो गया जब मृतक बच्ची की मां ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने की गुहार लगाई।
ये है पूरा मामला
मूल रूप से गोपालपुर गांव निवासी यह परिवार पिछले कुछ समय से मंगलौर के गायत्री एंक्लेव में किराये के मकान में रह रहा था। मंगलवार को अचानक बच्ची की मौत हो गई थी, जिसे सामान्य मौत मानकर परिजनों ने गोपालपुर गांव स्थित श्मशान घाट में उसका दफन संस्कार कर दिया था। मगर इसके बाद बच्ची की मां को कुछ बातें खटकने लगीं।
कुछ दिन बाद परिजनों को हुआ शक
परिजनों ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो उसमें पड़ोस का एक युवक संदिग्ध हालात में घूमता नजर आया। इसके बाद परिजन सकते में आ गए और उन्होंने बच्ची की मौत को हत्या का रूप दिए जाने का शक जाहिर किया। मृतक बच्ची की मां ने जिलाधिकारी हरिद्वार और पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने और संदिग्ध युवक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की।
जिलाधिकारी के निर्देश पर शुरू हुई जांच
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार विकास अवस्थी पुलिस टीम के साथ गोपालपुर गांव पहुंचे। ग्राम प्रधान जगदेव नौटियाल और ग्रामीणों की मौजूदगी में कब्र खुदवाई गई और बच्ची के शव को बाहर निकाला गया। नियमानुसार पंचनामा भरने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
तहसीलदार का बयान
तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि प्रशासन की प्राथमिकता निष्पक्ष जांच कर सच्चाई को सामने लाना है। वहीं ग्रामीणों ने भी परिवार को हर संभव सहयोग का भरोसा दिया है। इस घटना के बाद से गांव और गायत्री एंक्लेव इलाके में दहशत का माहौल है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल पुलिस संदिग्ध युवक से पूछताछ करने की तैयारी में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही बच्ची की मौत की असली वजह सामने आ पाएगी और तय होगा कि मासूम की मौत हादसा थी या किसी की सोची-समझी साजिश। ग्रामीणों ने भी प्रशासन से मांग की है कि दोषी पाए जाने पर आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई ऐसी घिनौनी हरकत करने की हिम्मत न कर सके।

