यूपी एसटीएफ ने ट्रकों के इंजन व चेसिस नंबर बदलकर धोखाधड़ी करने वाले गैंग का किया भंडाफोड़, जानिये पूरा काला कारनाम

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने ट्रकों के इंजन व चेसिस नंबर को कई बार बदलकर और उनके फर्जी प्रपत्र तैयार कर धोखाधड़ी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

यूपी एसटीएफ के कब्जे में धोखाधड़ी  गैंग के सदस्य
यूपी एसटीएफ के कब्जे में धोखाधड़ी गैंग के सदस्य


लकनऊ:  यूपी एसटीएफ ने ट्रकों के इंजन नंबर व चेसिस नंबर को कई बार बदलकर और उनके फर्जी प्रपत्र तैयार कर धोखाधड़ी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का भंडाफोड़ किया। एसटीएफ ने गैंग के दो सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शातिरों के कब्जे से दो फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले ट्रक भी बरामद किये गये। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किये गये गैंग के सदस्यों में  थाना कोतवाली नगर, जनपद एटा निवासी पंकज कुमार राठौर और छितौनी थाना कोतवाली देहात, जनपद एटा निवास मनीष शर्मा शामिल हैं। अभियुक्तों से फर्जी रजिस्ट्रेशन वाले दो ट्रक भी बरामद किये गये। गिरफ्तार पंकज के खिलाफ पहले से ही मामला दर्ज है। 

एसटीएफ ने दोनों अभियुक्तों को रविवार सुबह 5 बजे कासगंज जनपद के थाना ढोलना क्षेत्र में स्थित भगवंतपुर पुल हजारा नहर के पास से गिरफ्तार किया। 

गिरफ्तार अभियुक्त पंकज ने पूछताछ में बताया कि उनका गिरोह फर्जीवाड़ा में संलिप्त है, जिसमें जितेन्द्र सिंह, इशरार चौधरी, फरमान, गौतम सिंह, चंद्रशेखर, विकेंद्र उर्फ़ विजेंद्र उर्फ़ बीके ठाकुर, जमील, बच्चू बाडीवाला, बनवारी, राजेश कबाड़ी, पप्पू चश्मा वाला, सुरजीत कबाड़ी, राघवेन्द्र सिंह शामिल हैं। 

यह गिरोह विभिन्न प्रान्तों एवं उत्तर प्रदेश के अलग अलग जनपदों में अपने सहयोगियों के माध्यम लोन की किश्तें डिफ़ॉल्ट हो चुके ट्रकों या चोरी किये गये ट्रकों की जानकारी जुटाते हैं। इन ट्रकों को कम दामों में खरीदकर अपने पास लाते हैं तथा उन गाड़ियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रपत्र आरटीओ दलालों के माध्यम से तैयार कराकर ट्रकों पर अंकित मूल चेसिस नम्बर को मिटाकर उनके स्थान पर दूसरा चेसिस नम्बर टंकित करा देते हैं। 

गिरोह द्वारा ट्रकों के इंजन नंबर व डैशबोर्ड पर लगने वाली मूल पट्टी को निकालकर उनके स्थान पर फर्जी रूप से तैयार की गयी पट्टी को इंजन व डैशबोर्ड पर लगवा देते हैं, जिससे कूटरचित रजिस्ट्रेशन प्रपत्र व गाडी के इंजन व चेसिस नंबर एक से हो जाएं। इसके बाद हम लोग इन गाड़ियों पर फर्जी तरीके से लोन व इन्श्योरेंस कराते हैं। यह फर्जीवाडा अनवरत चलता रहता है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना ढोलना जनपद कासगंज पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई जारी है।










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