UP STF ने सोशल मीडिया के जरिये करोड़ों की ठगी करने वाले नाईजीरियन युवक को किया गिरफ्तार, इस तरह फंसाता था ऑनलाइन जाल में

डीएन ब्यूरो

सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर भारतीय लोगों से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले एक नाईजीरियन युवक को राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये आरोपी लोगों संग कैसे करता था धोखाधड़ी

नाईजीरियन युवक को किया गिरफ्तार
नाईजीरियन युवक को किया गिरफ्तार


लखनऊ: सोशल मीडिया पर विदेशी नागरिकों की फर्जी प्रोफाइल बनाकर भारतीय नागरिकों को महंगा उपहार, विदेशी मुद्रा और ज्वैलरी आदि भेजने का झांसा देकर करोड़ों रूपयों ठगी करने वाले नाईजीरियन युवक जेरोम बल्ला उर्फ संडे दुमका को दिल्ली से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्त ने एसटीएफ को बताया कि वह नाईजीरिया के गिनी का रहने वाला है। 

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आरोपी वर्ष 2017 में भारत घूमने के लिए आया था और वर्ष 2018 में उसने नागालैण्ड की रहने वाली जोकोबेनी सोपोए से दीमापुर में विवाह कर लिया। तबसे वह भारत में ही रह रहा है और ऑनलाइन ठगी कर रहा है।

एसटीएफ ने आरोपी को ओल्ड सोम बाजार रोड, थाना डाबरी साउथ वेस्ट, दिल्ली से गिरफ्तार किया। उसके पास से एक अदद पासपोर्ट की छाया प्रति, नाइजीरियन वोटर आईडी कार्ड और मोबाइल आदि बरामद किये गये।

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जनकारी के मुताबिक यूपी एसटीएफ को विगत काफी समय से सोशल मीडिया पर विदेशी नागरिकों की फर्जी प्रोफाइल बनाकर भारतीय लोगों को गिफ्ट भेजने का झांसा देकर ठगी करने की शिकायतें मिल रही थी। इसी क्रम में गिफ्ट आने पर फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर और अधिक कैश या कीमती गिफ्ट होने की बात कह कर, कस्टम ड्यिूटी पे करने, इनकम टैक्स पे करने व मनीलांड्रिग के नाम पर राष्ट्रीय स्तर पर ठगी करने वाले नाईजीरियन गिरोहों के सक्रिय होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही थीं।

इस संबंध में एचएएल के एक पूर्व कर्मचारी उम्र लगभग 70 वर्ष द्वारा 15 दिसंबर 2021 कोथाना साइबर क्राइम जनपद लखनऊ में धारा 419/420/467/468/471 भादवि व 66/66 डी सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कराया गया। शिकायत कर्ता ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि फेसबुक पर बर्लिन जर्मनी की एनालिशा थामसन नाम की महिला द्वारा फ्रेन्डरिक्वेस्ट भेजी गई और उससे दोस्ती की गयी। कुछ दिन बाद एनालिशा द्वारा व्हाट्सएप व फेसबुक मैसेन्जर पर चैटकर अपना 46वॉ जन्म दिवस बताकर कुछ उपहार भेजने की बात कहकर उनका पता मॉगा गया। 

एनालिशा ने पीड़ित को बताया कि कुछ दिन बाद उसका पार्सल आयेगा, जिसको आप ले लेना। इसके बाद एयरपोर्ट के कस्टम विभाग से फोन आया कि आपका पार्सल आया है, जिसकी कस्टम डियूटी पे कर ले सकते हैं। जिसके लिए पीड़ित से लगभग 04 लाख रूपये जमा कराये गये। इसके बाद फोन कर बताया गया कि आपके पैकेट में 60 हजार ग्रेटब्रिटेन पाउण्ड नगद है, जिसके लिए लगभग 07 लाख रूपये इनकम टैक्स के नाम पर जमा कराया गया। इसके पश्चात ई-मेल के माध्यम से रिजर्व बैंक आफ इंडिण्या का कूटरचित पत्र भेज कर 8 लाख 28 हजार रूपये जमा करने के लिए बोला गया तो वादी द्वारा रिजर्व बैंक आफ इण्डिया में जाकर पता किया गया तो पता चला कि उनके साथ ठगी हो रही है। यह पत्र रिजर्व बैंक आफ इंण्डिया से जारी नहीं किया गया है।

लखनऊ में दर्ज उक्त शिकायत के परिप्रेक्ष्य में एसटीएफ ने तकनीकी व मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित की और मामले का सफल अनावरण करते हुए 14 सितंबर को पालम, थाना डाबरी साउथ वेस्ट, दिल्ली से नाईजीरिया के उक्त अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी एसटीएफ, साइबर क्राइम टीम व थाना साइबर क्राइम लखनऊ पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई।

गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ आगे की पूछताछ और कानूनी कार्यवाही जारी है।










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