मोरिंडा बेअदबी घटना को लेकर अदालत ने अपनाया सख्त रूप, पुलिस ने दिखाया एक्शन

डीएन ब्यूरो

पंजाब के मोरिंडा में स्थित एक गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी करने और दो ग्रंथियों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार एक आरोपी को यहां की एक अदालत ने मंगलवार को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। घटना को लेकर शहर में बाजार बंद रहे। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

घटनास्थल की तस्वीर
घटनास्थल की तस्वीर


रूपनगर: पंजाब के मोरिंडा में स्थित एक गुरुद्वारे में गुरु ग्रंथ साहिब से बेअदबी करने और दो ग्रंथियों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार एक आरोपी को यहां की एक अदालत ने मंगलवार को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। घटना को लेकर शहर में बाजार बंद रहे।

जसवीर सिंह को सोमवार को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

चंडीगढ़ में पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और अगर इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीछे कोई साजिश है तो इसका पर्दाफाश किया जाएगा।

पुलिस ने बताया कि मोरिंडा में हुई इस घटना के बाद सोमवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के घर में तोड़फोड़ भी की थी।

‘निहंगों’ सहित प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को यहां वेरका चौक पर विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों के लिए कठोर सजा की मांग की।

सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में जूते पहने व्यक्ति को कोतवाली साहिब गुरुद्वारे के गर्भगृह में रेलिंग पार करके प्रवेश करते और फिर गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहे दो ग्रंथियों को मारते और पवित्र पुस्तक को उसके स्थान से हटाते हुए देखा जा सकता है।

इलेक्ट्रीशियन का काम करने वाले जसवीर सिंह को बाद में गुरुद्वारे में मौजूद श्रद्धालुओं ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जसवीर को मंगलवार को जिला अदालत परिसर में न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

इस बीच, रूपनगर के जिला बार एसोसिएशन ने बेअदबी की घटना के विरोध में मंगलवार को काम बंद रखने की घोषणा की।

बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरीक सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने अदालत में आरोपी का प्रतिनिधित्व नहीं करने का फैसला किया है।

घटना की मुख्यमंत्री भगवंत मान और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ-साथ अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध समिति (एसजीपीसी) प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने निंदा की। 










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