गोरखपुर में भ्रष्टाचार का बड़ा खेल, प्राइवेट मुंशी कर रहे सरकारी कामकाज

डीएन ब्यूरो

यूपी के गोरखपुर में ग्राम विकास अधिकारी अपने कार्यालयों में प्राइवेट मुंशियों को बैठाकर सरकारी कामकाज करवा रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की ये रिपोर्ट।

प्रतीकात्मक छवि
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गोरखपुर: जनपद के दक्षिणांचल क्षेत्र में खजनी, बेलाघाट, उरुआ और गोला ब्लॉक मुख्यालय में तैनात ग्राम विकास अधिकारी अपने कार्यालयों में प्राइवेट मुंशियों को बैठाकर सरकारी कामकाज करवा रहे हैं। यह मुंशी वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन और परिवार रजिस्टर की नकल जैसी अहम दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर रहे हैं और आम जनता से मनमाना पैसा वसूल रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक मुख्यमंत्री के गृह जनपद में स्थिति बेहद गंभीर है। इसके बावजूद ब्लॉक प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। प्राइवेट मुंशियों के कारण सरकारी कामकाज बाधित हो रहा है और आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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अब इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने  मांग उठ रही है। ग्राम विकास अधिकारी कार्यालयों में प्राइवेट मुंशी सरकारी कामकाज कर रहे हैं, यह सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन को उजागर कर रही है। प्रशासन से अपेक्षा की जाती है कि वह इस मामले पर तुरंत संज्ञान ले और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।

कई वर्षों से चल रहा खेल
भ्रष्टाचार का यह खेल विगत कई वर्षों से चल रहा है। इसको लेकर यूपी सीएम ने सख्त आदेश जारी किए हैं कि कोई प्राइवेट कर्मचारी सरकारी दफ्तरों में काम नहीं करेगा। इसके बाद भी सरकारी ऑफिसों में बाहरी व्यक्तियों द्वारा प्रमुख फाइलों का आदेश पारित किया जा रहा है। 

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डीपीआरओ का बयान
डीपीआरओ नीलेश कुमार सिंह ने बताया कि वहां कोई मुंशी नियुक्त नहीं है और न रखा जाता है। अगर कोई व्यक्ति रखा जाता है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। खण्ड विकास अधिकारी ने उन्होंने बताया कि अगर कोई प्राइवेट मुंशी रखता है तो वो खुद जिम्मेदार है। जांच कर औचक कार्रवाई की जाएगी।










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