PM Modi in Lok Sabha: PM मोदी बोले- किसानों का आंदोलन पवित्र, लेकिन आंदोलनजीवियों ने इसे अपवित्र किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोक सभा में अपने भाषण में जहां विपक्षी पार्टियों पर हमला किया वहीं कुछ 'आंदोलनजीवियों' पर किसानों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। जानिये क्या बोले पीएम मोदी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान उठे सवालों के जवाब दे रहे हैं। लोकसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण देशवासियों की संकल्पशक्ति का परिचायक है। इससे पहले राज्य सभा में भी उन्होंने भाषण दिया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोक सभा में अपने भाषण में विपक्षी पार्टियों पर भी हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि वे किसान आंदोलन को पवित्र मानते हैं। कोई भी आंदोलन लोकतंत्र के लिये जरूरी है और हर किसीको इसका हक भी है। पीएम मोनदी ने कहा किसानों के पवित्र आंदोलन को कुछ 'आंदोलनजीवियों' ने अपवित्र कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ आंदोलनजीवि किसानों को गुमराह करने में लगे हुए है।
पीएम मोदी ने कहा कि कृषि और किसान दोनों का सुधार जरूरी है और सरकार के लिये इसके लिये लगातार प्रयासरत है। विकास के लिये सुधार जरूरी होते हैं। किसानों को नई तकनीक चाहिये। उपज का अच्छा दाम भी चाहिये। इन सबके लिये कृषि सुधार जरूरी है। एक भी मंडी बंद नहीं हुई है। कुछ लोग साजिश के तहत किसानों को उकसा और बरगला रहे हैं। कुछ आंदोलनजीवियों ने किसानों के पवित्र आंदोलन को अपवित्र करने का काम किया है।
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उन्होंने कहा कि किसानों के पवित्र आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, आंदोलनजीवियों ने किया है। पीएम मोदी ने कहा कि दंगा करने वालों, सम्प्रदायवादी, आतंकवादियों जो जेल में हैं, उनकी फोटो लेकर उनकी मुक्ति की मांग करना, ये किसानों के आंदोलन को अपवित्र करना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सही बात कहने में कोई बुराई भी नहीं हैं। लेकिन देश में एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा है जिसके लोग सही बात कहने वालों से नफरत करते हैं। ये चीजों को सिर्फ बोलने में विश्वास रखते हैं। अच्छा करने मे उनको भरोसा ही नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत आजादी के 75वें वर्ष पर दस्तक दे रहा है। आजादी का 75वां वर्ष हर भारतीय के लिए गर्व का विषय है। समाज व्यवस्था में हम कहीं पर हों देश के किसी कोने में हों। हम सब ने मिलकर के आजादी के इस पर्व से एक नई प्रेरणा प्राप्त करके 2047 जब देश आजादी के 100 साल पूरा कर रहे होंगे तो हमारा देश कहां हो इसके लिए संकल्प लेने का काम इस परिसर का है।
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पीएम मोदी ने आगे कहा कि अंग्रेज कहा करते थे कि भारत कई देशों का एक द्वीप है और कोई भी इसे एक नहीं कर सकता है। लेकिन आज 75 साल की यात्रा में हम विश्व के लिए एक आशा की किरण बनकर खड़े हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कोरोना के दौरान भारत ने जिस प्रकार से अपने आप को संभाला और दुनिया को संभलने में मदद की वो एक प्रकार से टर्निंग प्वाइंट है। जिस भावनाओं को लेकर हम पले बढ़े हैं वो है सर्वेभन्तु निरामया, कोरोना काल में भारत ने इसको करके दिखाया है।