Parliament Session: लोक सभा में पीएम मोदी दिया जवाब, जानिये क्या-क्या कहा

डीएन ब्यूरो

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद को संबोधित कर रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के भाषण की खास बातें

संसद में पीएम मोदी
संसद में पीएम मोदी


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोक सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण देश को एक नई दिशा देने वाला है। राष्ट्रपति के भाषण में संकल्प से सिद्धी तक का खाका खींचा गया। सभी सदस्यों को सदन में उनके भाषण के लिये धन्यवाद। 

डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के भाषण की मुख्य बातें

1) यह मेरा सौभाग्य रहा है कि पहले भी कई बार उनके अभिभाषण पर धन्यवाद करने का अवसर मिला है, लेकिन इस बार धन्यवाद के साथ उनका अभिनंदन भी करना चाहता हूं।

2) एक समय था जब छोटी-छोटी तकनीक के लिये देश तरसता था लेकिन आज देश नई तकनीक के साथ आगे बढ़ रहा है।

3) भारत में नई नई संभावनाएं है। कोरोना काल में भारत ने सप्लाई चेन के मामले में पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाई।

4) दुनिया आज भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है।

5) यहं इस चर्चा में सबने हिस्सा लिया और सबने अपने-अपने आंकड़े, तर्क दिए और अपनी रुचि , प्रवृत्ति, प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखीं

6) यहां कही गई बातों से पता चलता है कि कहने वाले की कितनी योग्यता है, क्या इरादा है। उसका देश का मूल्यांकन भी करता है।

7) जब राष्ट्रपति का भाषण हो रहा था तब एक बड़े नेता महामहिम राष्ट्रपति का अपमान कर रहे थे।

8) हमारे जनजातीय समुदाय के प्रति उनका सोच क्या है। जब ये बातें कहीं गई तो उनके अंदर के नफरत का बीज बाहर आ गया।

9) आज देश हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है। कुछ लोग इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। रिन्यूएबल एनर्जी में चौथे नंबर पर, मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग में दूसरा सबसे बड़ा देश है।

10) भारत का दुनिया में डंका बज रहा है। आज देश में हर क्षेत्र में आशा ही आशा नजर आ रही है लेकिन कुछ लोगों को ये नजर नहीं आ रहा है।

11) आज देश में 109 यूनिकॉर्न बन चुके हैं। कुछ लोग निराश हैं। 

12) साल 2014 के पहले अर्थव्यवस्था खस्ता हो गई, महंगाई डबल डिजिट में रही। कुछ अच्छा होता है निराशा और उभरकर सामने आ जाती है।

13) हार्वर्ड स्टडी का बड़ा क्रेज है। हार्वर्ड में स्टडी हो चुकी है। इस स्टडी का टॉपिक है द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ कांग्रेस पार्टी।

14) दुष्ययंत कुमार की पंक्तियां हैं। “पैरों के नीचे जमीन नहीं है लेकिन इन्हें यकीन नहीं है।” 

15) साल 2004 से 2014 के दशक में देश का बहुत नुकसान हुआ। वह केवल घोटालों का दौर था। 2030 का दशक भारत का है।

16) 10 साल कश्मीर से कन्याकुमारी, भारत के हर कोने में आतंकी हमले होते रहे। यही सूचना चलती रही कि अनजानी चीज को हाथ मत लगाना। 10 साल में कश्मीर से नॉर्थ ईस्ट तक हिंसा ही हिंसा रही।

17) आलोचना होनी चाहिए लेकिन इन्होंने नौ साल आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाएं तो ईवीएम को दोष, भ्रष्टाचार की जांच हो तो एजेंसियों को गाली।

18) ईडी का धन्यवाद करना चाहिए कि उसने इन लोगों को एक मंच पर ला दिया है। जो काम देश के मतदाता नहीं कर पाए वह ईजी ने कर दिया। 










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