Parliament: राज्यसभा से पीएम मोदी दिये जवाब, जानिये संबोधन की बड़ी बातें

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में पढ़िये पीएम मोदी के भाषण की कुछ बड़ी बातें

राज्य सभा में पीएम मोदी
राज्य सभा में पीएम मोदी


नई दिल्ली: संसद में गर्म सियासी माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र राज्य सभा में राज्यसभा में राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने कल बुधवार को लोकसभा में जवाब दिया था। राज्यसभा में गुरूवार को पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर फिर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा वोट बैंक की राजनीति कि। पीएम के भाषण की बीच भी विपक्षी दलों का शोरशराबा जारी है। 

डाइनामाइट न्यूज़ की इस रिपोर्ट में जानिये राज्य सभा में पीएम मोदी के जवाब की प्रमुख बातें। 

1.     मैं आदरणीय राष्ट्रपति जी का धन्यवाद करता हूं। उनका अभिनंदन करता हूं। राष्ट्रपति जी दोनों सदनों को संबोधित करते हुए विकसित भारत का रोडमैप रखा।

 

2.    बीते दशकों में अनेक बुद्धजीवियों ने इस सदन से देश को दिशा दी है। देश का मार्गदर्शन किया है। इस सदन में अनेक साथी ऐसे हैं। जो अपने व्यक्तिगत जीवन में भी बहुत सिद्धियां प्राप्त कर चुके हैं। इसलिए, इस सदन में जो भी बात होती है, उस बात को देश गंभीरता से सुनता है।

3.    कुछ लोगों का व्यवहार निराशाजनक है। उनके पास कीचड़ था, मेरे पास गुलाल। जिसके जो भी पास था, उसने दिया उछाल।

4.    आजादी से पहले अब तक हमारे सरकार में आने तक सिर्फ 3 करोड़ घरों तक नल से जल मिलता था। पिछले तीन चार साल में 11 करोड़ घरों को नलों से जल मिल रहा है।

5.    भारत में पानी की समस्या थी, जो हर परिवार की समस्या होती है, जिसके बिना जीवन नहीं चल सकता। हमने उसे खत्म करने की दिशा में काम किया।

6.    पिछले 60 साल कांग्रेस के परिवार ने गड्ढे ही गड्ढे कर दिए थे। हो सकता है उनका इरादा न हो, लेकिन उन्होंने किए। जब वो गड्ढे खोद रहे थे, 6 दशक बर्बाद कर चुके थे। तब दुनिया के छोटे-छोटे देश भी सफलता के शिखरों को छू रहे थे।

7.    हमारी देश में पहले परियोजनाएं अटकाना, लटकाना, भटकाना ये उनकी कार्यशैली का हिस्सा बन गया था। यही उनका कार्य करने की तरीका था।

8.    ईमानदार टैक्स पेयर्स की कमाई का नुकसान होता था। हमनें टेक्नोलॉजी को तैयार किया। पीएम गतिशक्ति प्लान लेकर आए। 1600 लेयर में डेटा के जरिए विकास को गति देने का काम हो रहा है।

9. लगभग 600 सरकारी योजनाएं नेहरू-गांधी के नाम पर हैं। अगर हमने कभी नेहरूजी का नाम नहीं लिया तो हम इसे सही करेंगे क्योंकि वह देश के पहले पीएम थे, लेकिन मुझे नहीं पता कि उनकी पीढ़ी के लोगों को नेहरू सरनेम को लगाने में शर्मिंदगी क्यों है।

10. मैं इन सांसदों (विपक्षी सांसदों) से कहना चाहता हूं कि आप जितना 'कीचड़' फेंकेंगे, कमल उतना ही अच्छा खिलेगा। 

11. देश की आजादी की लड़ाई में हमारे आदिवासियों का योगदान स्वर्णिम पृष्ठों से भरा हुआ है। लेकिन दशकों तक हमारे आदिवासी विकास से वंचित रहे और विश्वास का सेतु तो कभी बन ही नहीं पाया।










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