PM GatiShakti: पीएम मोदी ने मास्टर प्लान पीएम गतिशक्ति का किया शुभारंभ, जानिये इसके बारे में खास बातें

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए मास्टर प्लान 'पीएम गतिशक्ति' का आज शुभारंभ किया। इस रिपोर्ट में जानिये पीएम गतिशक्ति के बारे में क्या बोले पीएम मोदी

पीएम गतिशक्ति का शुभारंभ करते पीएम मोदी
पीएम गतिशक्ति का शुभारंभ करते पीएम मोदी


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए देश का एक राष्ट्रीय मास्टर प्लान 'पीएम गतिशक्ति' का शुभारंभ किया। पीएम मोदी ने इसके साथ ही इंफ्रास्ट्रकचर से जुड़े कार्यों में तेज गति लाने की दिशा में 100 लाख करोड़ की योजनाओं को भी हरी झंडी दिखाई। पीएम मोदी ने राजधानी दिल्ली में स्थित प्रगति मैदान में 'पीएम गतिशक्ति' का शुभारंभ किया। यह रेल और सड़क सहित 16 मंत्रालयों को जोड़ने वाला डिजिटल प्लेटफार्म है, जिसके जरिए लाखों करोड़ों की योजनाओं को पूरी रफ्तार से लागू करने में मदद मिलेगी। 

'पीएम गतिशक्ति' के शुभारंभ के मौके पर पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने इस नई योजना के साथ ही कई नई बातों का भी उल्लेख किया। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी के संबोधन की खास बातें।

1) गतिशक्ति के इस महाअभियान के केंद्र में हैं भारत के लोग, भारत की इंडस्ट्री, भारत का व्यापार जगत, भारत के मैन्यूफैक्चरर्स, भारत के किसान। ये भारत की वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को 21वीं सदी के भारत के निर्माण के लिए नई ऊर्जा देगा, उनके रास्ते के अवरोध समाप्त करेगा। 

2) आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ हम, अगले 25 वर्षों के भारत की बुनियाद रच रहे हैं। पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इसी आत्मबल को, आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के संकल्प तक ले जाने वाला है।ये नेशनल मास्टरप्लान, 21वीं सदी के भारत को गतिशक्ति देगा।

3) हमने ना सिर्फ परियोजनाओं को तय समयसीमा में पूरा करने का work-culture विकसित किया बल्कि आज समय से पहले प्रोजेक्टस पूरे करने का प्रयास हो रहा है।

4) दुनिया में ये स्वीकृत बात है कि Sustainable Development के लिए Quality इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण एक ऐसा रास्ता है, जो अनेक आर्थिक गतिविधियों को जन्म देता है, बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार का निर्माण करता है।

5) हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है। ये उनके घोषणापत्र में भी नजर नहीं आता। अब तो ये स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल, देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने लगे हैं।

6) पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान सरकारी प्रोसेस और उससे जुड़े अलग-अलग स्टेकहोल्डर्स को तो एक साथ लाता ही है, ये ट्रांसपोर्टेशन के अलग-अलग मोड्स को, आपस में जोड़ने में भी मदद करता है। ये होलिस्टिक गवर्नेंस का विस्तार है।

7) भारत में पहली इंटरस्टेट नैचुरल गैस पाइपलाइन साल 1987 में कमीशन हुई थी। इसके बाद साल 2014 तक, यानि 27 साल में देश में 15,000 कि.मी. नैचुरल गैस पाइपलाइन बनी। आज देशभर में 16,000 कि.मी. से ज्यादा गैस पाइपलाइन पर काम चल रहा है। ये काम अगले 5-6 वर्षों में पूरा होने का लक्ष्य है।

8) 2014 से पहले के 5 सालों में सिर्फ 3000 किलोमीटर रेलवे का बिजलीकरण हुआ था। बीते 7 सालों में हमने 24 हजार किलोमीटर से भी अधिक रेलवे ट्रैक का बिजलीकरण किया है।

9) 2014 के पहले के 5 सालों में सिर्फ 1900 किलोमीटर रेल लाइनों का दोहरीकरण हुआ था। बीते 7 वर्षों में हमने 9 हजार किलोमीटर से ज्यादा रेल लाइनों की डबलिंग की है।

10) 2014 के पहले के 5 सालों में सिर्फ 60 पंचायतों को ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा सका था। बीते 7 वर्षों में हमने डेढ़ लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्ट कर दिया है।

11) देश के किसानों और मछुआरों की आय बढ़ाने के लिए प्रोसेसिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर को भी तेजी से विस्तार दिया जा रहा है। 2014 में देश में सिर्फ 2 मेगा फूड पार्क्स थे। आज देश में 19 मेगा फूड पार्क्स काम कर रहे हैं। अब इनकी संख्या 40 से अधिक तक पहुंचाने का लक्ष्य है।










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