पावर फाइनेंस कारपोरेशन ने चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में 7 प्रतिशत की रिकार्ड बढ़ोत्तरी की दर्ज

डीएन संवाददाता

देश के सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी कंपनी पावर फाइनेंस कारपोरेशन लिमिटेड ने चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में अपना शुद्ध मुनाफा (PAT) सात फीसदी बढ़ाकर 5241 करोड़ पहुंचा दिया है। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर:

पावर फाइनेंस कारपोरेशन  (फाइल फोटो)
पावर फाइनेंस कारपोरेशन (फाइल फोटो)


नई दिल्ली: पावर फाइनेंस कारपोरेशन के सीएमडी आरएस ढ़िल्लों के नेतृत्व में कंपनी ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है।

चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी के शुद्ध मुनाफे में रिकार्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही की तुलना में इस वित्तीय वर्ष की इसी अवधि में 7 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर 5241 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाया है।

तिमाही वित्तीय परिणाम की मुख्य बातें

1.    पीएफसी समूह ने इस वर्ष की तीसरी तिमाही में 5,241 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (पीएटी) अर्जित किया, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7 फीसदी अधिक है। यह कंपनी का अब तक का सर्वाधिक समेकित लाभ है।
2.    इस अवधि में कंपनी की समेकित ऋण परिसंपत्ति बही भी 8 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गई है।
3.    कंपनी का समेकित संवितरण 1 लाख करोड़ रुपये को पार करके 1,06,875 करोड़ रुपये हो गया है, जो पीएफसी समूह के मजबूत कारोबारी प्रदर्शन को दर्शाता है।
4.    कंपनी की स्ट्रेस्ड परिसंपत्तियों के समाधान के कारण सकल एनपीए अनुपात 4% से नीचे आ गया है।
5.    कंपनी का समेकित शुद्ध एनपीए अनुपात भी 1.86% से घटकर 1.15%  हो गया है। यह समेकित आधार पर अब तक का सबसे कम शुद्ध एनपीए अनुपात है।
6.    पीएफसी समूह ने अब तक वितरण से हिसाब से सामूहिक रूप से 1,02,831 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं और देर से भुगतान अधिभार नियमों के तहत 28,179 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।
7.    चालू वित्त वर्ष 2022-23  की तीसरी तिमाही में पीएफसी ने 3,005 करोड़ रुपये का उच्चतम तिमाही PAT अर्जित किया, जो पिछले साल की समान अवधि के तुलना में 26% अधिक है। PFC ने पिछले वित्तीय वर्ष 2021-22 में अर्जित शुद्ध लाभ (PAT) 7,412 करोड़ की अपेक्षा इस वर्ष 8,113 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया।
8.    कंपनी ने समीक्षाधीन तीसरी तिमाही में 3.50 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया, जिससे वित्तीय वर्ष के लिए संचयी अंतरिम लाभांश 8.75 रुपये प्रति शेयर हो गया है।
9.    संशोधित वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के तहत, पीएफसी अब तक 11 राज्यों यानी आंध्र प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, झारखंड, महाराष्ट्र, पुडुचेरी और पंजाब के लिए कार्य योजना को मंजूरी दी गई है।  










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