वाराणसी: प्रियंका की जनसभा में हंगामा, कांग्रेस-भाजपा समर्थकों में जमकर मारपीट

डीएन ब्यूरो

बोट यात्रा के आखिरी दिन वाराणसी में प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। वह पिछले दो दिन से पूर्वांचल के तूफानी दौरे पर है। इस दौरान एक कार्यक्रम में कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।

कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प
कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प


वाराणसी: बोट यात्रा के आखिरी दिन प्रियंका गांधी वाड्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंची। यहां प्रियंका के एक कार्यक्रम के दौरान लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। जिसके जवाब में कांग्रेस समर्थकों ने भी राहुल-राहुल के नारे लगाए। नारेबाजी का यह उत्‍साह देखते देखते मारपीट में बदल गया।

प्रियंका तीन दिन के पूर्वांचल दौरे पर हैं। वह नाव पर सवार होकर प्रयाग से भदोही, मिर्जापुर होते वारणसी पहुंची हैं। बुधवार को वह वाराणसी के रामनगर चौराहे पर लालबहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंची। इस दौरान भाजपा समर्थकों ने मोदी मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके जवाब में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राहुल राहुल के नारे लगाए। लेकिन थोड़ी ही देर में यह उत्‍साह मारपीट में बदल गया। बीजेपी-कांग्रेस के समर्थकों के बीच जमकर लात-घूसे चले।

किसान परेशान युवा परेशान

इस दौरान प्रियंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनके द्वारा लिखे गए ब्‍लाग पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि आज बीजेपी के राज में युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। आज देश में किसान परेशान है। 

लोकतांत्रिक संस्‍थाओं को पहुंचाया नुकसाान

मीडियाकर्मियों से बातचीत में प्रियंका ने कहा, पिछले पांच सालों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश की सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को नष्ट किया है। हम सभी जिस व्यवस्था के हिस्सा हैं उसे भी नुकसान पहुंचाया गया है। प्रधानमंत्री को यह नहीं सोचना चाहिए कि लोग मूर्ख हैं, वे सबकुछ समझते हैं।
 

ब्‍लाग लिखकर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर बोला था हमला 

गौरतलब है कि इससे पहले प्रधाानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्‍लाग लिखकर वंशवाद-लोकतंत्र-संसद समेत के कई मुद्दों पर कांग्रेस को घेरा। प्रधानमंत्री ने लिखा वंशवाद की राजनीति से सबसे अधिक नुकसान संस्थाओं को हुआ है। प्रेस से पार्लियामेंट तक, सोल्जर्स से लेकर फ्री स्पीच तक, कॉन्स्टिट्यूशन से लेकर कोर्ट तक कुछ भी नहीं छोड़ा।

देश की सुरक्षा को बना लिया था कमाई का जरिया

प्रधानमंत्री ने लिखा, कांग्रेस हमेशा से रक्षा क्षेत्र को कमाई के एक स्रोत के रूप में देखती आई है। यही कारण है कि हमारे सशस्त्र बलों को कभी भी कांग्रेस से वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। 1947 के बाद से ही, कांग्रेस की हर सरकार में तरह-तरह के रक्षा घोटाले होते रहे। घोटालों की इनकी शुरुआत जीप से हुई थी, जो तोप, पनडुब्बी और हेलिकॉप्टर तक पहुंच गई। इनमें हर बिचौलिया एक खास परिवार से जुड़ा रहा है।

2014 का चुनाव परिवारतंत्र और लोकतंत्र के बीच था

2014 लोकसभा चुनावों में देश ने परिवारतंत्र की जगह लोकतंत्र और विनाश की जगह विकास को चुना था। 2014 के चुनावों में जनता ने वोट बैंक की राजनीति के ऊपर विकास की राजनीति को प्राथमिकता दी थी। 

इंडिया फर्स्‍ट की भावना से किया काम

तब आम चुनाव में देशवासियों ने भ्रष्टाचार में डूबी उस सरकार से मुक्ति पाने और एक बेहतर भविष्य के लिए मतदान किया था। जब कोई सरकार फैमिली फर्स्ट की बजाए इंडिया फर्स्ट की भावना के साथ चलती है तो यह उसके काम में भी दिखाई देता है।










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