अब आसान होगा पशु चिकित्सा दवाओं, टीकों के लिए एनओसी लेना, करना होगा बस ये एक काम
केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने पशु चिकित्सा दवाओं और टीकों के आवेदनों को समय से विचार करने और गैर-आपत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) देने के लिए नंदी पोर्टल शुरु किया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला ने पशु चिकित्सा दवाओं और टीकों के आवेदनों को समय से विचार करने और गैर-आपत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) देने के लिए सोमवार को नंदी पोर्टल शुरु किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पशु चिकित्सा दवाओं और टीकों के आयात, विनिर्माण और विपणन का विनियमन स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के दायरे में आता है।
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हालांकि, पशु चिकित्सा दवाओं और टीकों के आयात/विनिर्माण की अनुमति मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के परामर्श से दी जाती है। मौजूदा व्यवस्था में काम काज का स्वरूप भौतिक रूप से होता है।
रूपाला ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्रालय दवाओं और टीकों की अंतिम मंजूरी देता है। पशु चिकित्सा उत्पादों के मामले में, यह हमारी ओर से एनओसी के बिना नहीं दे सकता है। चूंकि एनओसी देने का काम भैतिक रूप से किया जाता था, इसीलिए इसमें देरी होती थी। इसी को देखते हुए नंदी पोर्टल, (नई दवा और टीकाकरण प्रणाली के लिए एनओसी अनुमोदन) शुरु किया गया है।’’
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रूपाला ने कहा, यह समय के अनुसार उठाया गया कदम है क्योंकि देश में चलाए जा रहे पशुधन टीकाकरण अभियान के कारण पशु चिकित्सा उत्पादों की अधिक मांग बढ़ने की संभावना है।
मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री संजीव कुमार बालियान ने कहा, ‘‘नंदी पोर्टल डिजिटल इंडिया का हिस्सा है। दवा अनुमोदन प्रक्रिया एक लंबी प्रक्रिया है। कई बार, हमें यह नहीं पता चलता है कि आवेदन किस विभाग के अंतर्गत विचाराधीन है। पोर्टल शुरु होने के बाद इस समस्या का समाधान हो जाएगा।''